मामला मटिहानी प्रखंड के जिला पुनर्वास का है, जहां 8 वर्षीय बच्ची में मंकीपॉक्स के लक्षण मिले हैं. संदिग्ध मरीज को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
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बेगूसराय : देश भर में बढ़ रहे मंकीपॉक्स के मामलों के बीच बिहार में संदिग्ध मरीज मिलने का मामला सामने आया है. मामला मटिहानी प्रखंड के जिला पुनर्वास का है, जहां 8 वर्षीय बच्ची में मंकीपॉक्स के लक्षण मिले हैं. संदिग्ध मरीज को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हालांकि यह जांच के बाद स्पष्ट होगा कि बच्ची को मंकीफॉक्स है या चिकन पॉक्स. संदिग्ध मरीज के मिलने से लोगों में चिंता का माहौल बना हुआ है.
मनोज दास की पुत्री अनुष्का कुमारी है संदिग्ध
जानकारी के अनुसार डॉक्टरों ने मंकीपॉक्स के अधिक लक्षण होने की वजह से बच्ची को संदिग्ध मरीज मान कर इलाज शुरू किया है. दरअसल मटिहानी प्रखंड के जिला पुनर्वास निवासी मनोज दास की 8 वर्षीय पुत्री अनुष्का कुमारी को आज सदर अस्पताल में इलाज के लिए लाया गया था, जहां शिशु रोग विशेषज्ञ डॉक्टर कृष्ण कुमार के द्वारा उसका इलाज किया.
जांच रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट होगा मामला
सदर अस्पताल के डाक्टर कृष्ण कुमार ने बताया कि बच्ची मे मंकीपॉक्स के लक्षण हैं. जिस तरह मंकीपॉक्स में पूरे शरीर में दाने होते हैं. उसी तरह के दाने और अन्य लक्षण बच्ची में भी देखने को मिले हैं. वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई है. वरिष्ठ डॉक्टरों के द्वारा भी पूरे मामले को गंभीरता के साथ देखा जा रहा है. फिलहाल जांच रिपोर्ट के बाद ही स्पष्ट होगा कि बच्ची को मंकी पॉक्स है या चिकन पॉक्स. बिहार प्रशासन इस तरह के मामलों को गंभीरता से देख रहा है, वहीं इस तरह के मामले न बढ़े उसके लिए लोगों को सजग एंव जागरूक करने का प्रयास भी लगातार कर रहे हैं.
जाने मंकीपॉक्स के बारे में क्या कहता है विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि मंकीपॉक्स ऐसा वायरस है जो जानवरों के द्वारा मनुष्यों में फैलता है. इसके लक्षण चेचक के समान होते हैं, लेकिन यह बीमारी चिकित्सकीय रूप से कम गंभीर होती है. परन्तु फिर भी जनता को इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए.
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