गुरुवार की शाम करीब साढ़े सात बजे अपराधियों ने कार सवार ज्योति रंजन शर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी थी. घटना के वक्त ज्योति रंजन का पांच साल का बेटा भी कार में ही था. जबकि पत्नी कार से उतरकर घर का दरवाजा खुलवा रही थी.
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धनबाद : धनबाद के राजगंज थाना क्षेत्र के खरनी मोड़ के समीप सनशाइन कंट्री कॉलोनी में रहने वाले जूस कारोबारी ज्योति रंजन की मौत की गुत्थी पुलिस ने एक दिन के बाद ही सुलझा ली है. एसएसपी संजीव कुमार ने अपने कार्यालय में शनिवार 1 अक्टूवर को प्रेस वार्ता कर बताया कि ज्योति रंजन शर्मा की हत्या उसके सगे भाई सौरभ शर्मा ने ही संपत्ति हड़पने ने लिए करवाया था. बता दें कि ज्योति रंजन के जूस फैक्टरी हड़पना चाहता था. साथ ही भाई से घर में विवाद भी था. हत्या में प्रयुक्त एक पिस्टल, एक कट्टा और कार में गिरा हुआ पिस्टल का मैंगनीज बरामद किया गया है.
क्या है पूरा मामला
बता दें कि गुरुवार की शाम करीब साढ़े सात बजे अपराधियों ने कार सवार ज्योति रंजन शर्मा की गोली मारकर हत्या कर दी थी. घटना के वक्त ज्योति रंजन का पांच साल का बेटा भी कार में ही था. जबकि पत्नी कार से उतरकर घर का दरवाजा खुलवा रही थी. ज्योति रंजन को गोली मारने के बाद अपराधियों ने उसे हिलाकर भी देखा था. इस दौरान मृतक की पत्नी दीपा से अपराधियों का आमना-सामना भी हुआ था. कॉल डिटेल के आधार पर हत्याकांड का खुलासा हुआ. पुलिस ने हत्याकांड के आरोपी मृतक के भाई को अंतिम संस्कार के दौरान श्मशान घाट से गिरफ्तार किया. पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने भाई की फैक्ट्री हड़पने के लिए हत्या की साजिश रची थी.
दोस्त के साथ मिलकर रची साजिश
घटना को अंजाम देने में सौरभ शर्मा का दोस्त तेतुरमारी निवासी श्रीकांत मिस्रा का अहम योगदान था. इसी के द्वारा रेकी की गई थी. पुलिस ने इन दोनों को गिरफ्तर कर लिया है. वहीं हत्या की घटना को अंजाम देने वाला सूटर अभी पुलिस के हाथ नहीं लगा है. वो फरार है जिसे पुलिस खोजने में लगी है. इसके लिए एसएसपी ने एक टीम भी बनाया है. हत्या के उद्भेदन के लिए भी एक पुलिस टीम बनाई थी. जिसमें एसपी रेशमा रमेशन, डीएसपी निशा मुर्मू, राजगंग थाना प्रभारी संतोष कुमार, तोपचांची थाना जयराम प्रसाद शामिल थे.
इनपुट- नितेश के.आर. मिश्रा
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