ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए 20 केएलडी क्षमता के क्रायोजेनिक टैंक लगाने की भी योजना लिडें कंपनी की ओर से है. इसके लिए सिविल वर्क हो चुका है, शेष कार्य टैंक आने के बाद किया जाएगा.
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Gaya: मोक्ष और ज्ञान की नगरी गया में कोरोना (Corona) की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन के लिए मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. इसी क्रम में सरकार के द्वारा कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए जिले के अनुमंडल अस्पताल से लेकर जिला अस्पताल व अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल तक ऑक्सीजन प्लांट लगने का फैसला लिया गया और प्लांट लगाने के काम को तेजी से करने का आदेश जारी किया गया.
इसके बाद बिहार के मगध प्रमंडल के सबसे बड़े अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पहले 300 एलपीएम (लीटर प्रति मिनट) की क्षमता के प्लांट का कार्य शुरू किया गया और ऑक्सीजन की सप्लाई की शुरुआत की गई ताकि मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकें.
वहीं, अब एक और 2500 एलपीएम की क्षमता का ऑक्सीजन प्लांट लगाने का कार्य किया जा रहा है, जिसके लिए सिविल वर्क पहले से हो चुका है. दरअसल, प्लांट का कार्य अगस्त माह में पूर्ण करने का लक्ष्य था लेकिन अब यह कार्य सितंबर माह तक पूर्ण हो जाने की संभावना व्यक्त की जा रही है.
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इसके अलावा ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए 20 केएलडी क्षमता के क्रायोजेनिक टैंक लगाने की भी योजना लिडें कंपनी की ओर से है. इसके लिए सिविल वर्क हो चुका है, शेष कार्य टैंक आने के बाद किया जाएगा. कार्य के पूर्ण होने के बाद मेडिकल कॉलेज पूरी तरह से ऑक्सीजन के लिए आत्मनिर्भर हो जाएगा और आने वाले संकट में ऑक्सीजन की कोई भी कमी नही होगी.
मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल के अधीक्षक प्रदीप कुमार अग्रवाल ने बताया कि ऑक्सीजन प्लांट के लिए ऑयल इंडिया की तरफ से एक यूनिट को बैठाया जा रहा है, जिससे अस्पताल की सारी ऑक्सीजन की डिमांड पूरी हो जाने की संभावाना है.
उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ ये बहुत ही महत्वपूर्ण योजना है और इस योजना के पूरा होने से लोगों को ऑक्सीजन की कोई कमी नही होगी. इसकी मशीन आ चुकी है, 10 दिनों में इसका इंस्टॉलेशन हो जाएगा.
(इनपुट- जय प्रकाश कुमार)