पप्पू यादव के खिलाफ FIR दर्ज, डीएम ने कहा-दखलअंदाजी पर होगा केस
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पप्पू यादव के खिलाफ FIR दर्ज, डीएम ने कहा-दखलअंदाजी पर होगा केस

Gaya Samachar: अधीक्षक एएनएमएमसीएच द्वारा बताया गया कि बीते एक मई को को पूर्वाह्न 8 बचकर 40 मिनट पर एएनएमएमसीएच में पप्पू यादव, पूर्व सांसद द्वारा बिना किसी अनुमति एवं कोविड प्रोटोकॉल के विरुद्ध अपने कुछ समर्थकों के साथ कोविड वार्ड का भ्रमण किया गया.

 

पप्पू यादव के खिलाफ FIR दर्ज.

Gaya: बिहार में बढ़ते कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या को लेकर जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने बिहार में बने कई जिलों के कोविड अस्पताल का जायजा लिया था और कोविड अस्पताल वार्डो में भर्ती संक्रमित मरीजों से मुलाकात कर रहे थे. उसी दौरान मगध प्रमंडल के गया जिला के कोविड डेडिकेटेड अस्पताल अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पिछले 1 मई को जाप सुप्रीमो सह पूर्व सांसद पप्पू यादव अपने 5 की संख्या समर्थको के साथ अस्पताल पहुंचे और लेवल 3 से लेकर लेवल 1 में भर्ती कोविड वार्ड का निरीक्षण किया था तथा कोरोना संक्रमित मरीजों से उनका हाल व मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं आदि की जानकारी ली थी.

जाप सुप्रीमो ने स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली को लेकर नितीश कुमार और नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए स्वास्थ्य व्यवस्था की पूरी पोल खोली थी. जिसके बाद जाप सुप्रीमो पर मेडिकल थाने में एपिडेमिक डिजीज एक्ट के तहत मामले को दर्ज कराया गया है.

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अधीक्षक एएनएमएमसीएच द्वारा बताया गया कि बीते एक मई को को पूर्वाह्न 8 बचकर 40 मिनट पर एएनएमएमसीएच में पप्पू यादव, पूर्व सांसद द्वारा बिना किसी अनुमति एवं कोविड प्रोटोकॉल के विरुद्ध अपने कुछ समर्थकों के साथ कोविड वार्ड का भ्रमण किया गया. कार्यरत कर्मी एवं सुरक्षा गार्ड द्वारा मना करने पर भी जबरदस्ती भ्रमण किया गया, जिसके कारण कोविड मरीजों का इलाज एवं सुरक्षा प्रभावित हुई. उनके द्वारा न ही सुरक्षा मानकों का अनुपालन किया गया, न ही पीपीई किट पहनी गई और न ही कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया गया. पूर्व सांसद द्वारा उपरोक्त गतिविधि के कारण अधीक्षक एएनएमएमसीएच द्वारा थानाध्यक्ष मगध मेडिकल गया को भेजे पत्र में पूर्व सांसद के विरुद्ध एपिडेमिक डिजीज एक्ट 1897 की धारा 2 (b) एवं आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 की धारा 51 (b) के अंतर्गत आईपीसी 188 के तहत कार्रवाई हेतु प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध किया गया जिसके बाद केस संख्या 122 /2021 दर्ज की गई है.

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वहीं, मामला दर्ज होने के बाद अखिल भारतीय महात्मा ज्योतिबा फुले विचार मंच के राष्ट्रीय संयोजक पूर्व रालोसपा नेता विनय कुशवाहा ने जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जाप सुप्रीमो पूर्व सांसद पप्पू यादव पर गया के मगध मेडिकल थाना में केस करने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है और इसकी कड़ी शब्दों में निंदा की है.

उन्होंने ने कहा कि पप्पू यादव मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था का जायजा लेने के लिए गए थे. वहां पर जिस तरह से मरीजों को जमीन पर लिटा कर ऑक्सीजन दिया जा रहा था काफी संख्या में मरीज तड़प रहे थे, उनका कोई इलाज नहीं हो रहा था. प्रतिदिन दर्जनों की संख्या में लाशों के ढेर मगध मेडिकल कॉलेज से निकल रहे हैं, अस्पताल प्रशासन निकम्मा है और रोगियों के प्रति संवेदनहीन है. ऐसी परिस्थिति में उल्टे जो समाज की सेवा में रोगियों को हर संभव सहायता पहुंचाने में लगे पप्पू यादव पर केस करना सरकार की हिटलर शाही नहीं तो और क्या है?

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राज्य की सरकार और केंद्र सरकार अस्पताल में हो रहे मरीजों के साथ अन्याय को छुपाना चाहती है. आज अस्पताल में मरीजों को बेड नहीं मिल रहे हैं, ऑक्सीजन का घोर अभाव है, जीवन रक्षक दवाइयां नहीं मिल रही है. ऐसी परिस्थिति में भी पप्पू यादव ने बहुत से मरीजों को जो बिहार के कोने-कोने में है उनकी मदद की है. ऐसे समाजसेवी पर सरकार द्वारा केस करना क्या न्याय उचित है. केस करना है तो मेडिकल कॉलेज के सुपरिटेंडेंट पर होनी चाहिए जो सैकड़ों मौत का जिम्मेदार है. केस सरकार पर होना चाहिए जिसने ऑक्सीजन बेड, जीवन रक्षक दवाइयों की इतने लंबे शासन के बावजूद भी अस्पताल में व्यवस्था नहीं की. जिसके कारण हजारों लोगों की जान चली गई और अभी भी हजारों की संख्या में लोग करोना से संक्रमित हैं और उन्हें अस्पताल में बेड के लिए, ऑक्सीजन के लिए, जीवन रक्षक दवाइयां के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ रही हैं और अंत में अस्पताल परिसर में या अपने घर में असहाय दम तोड़ दे रहे हैं.

(इनपुट- जय प्रकाश कुमार)

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