Bokaro में हुआ पीसीवी टीकाकरण का शुभारंभ, विधायक बिरंची नारायण ने कहा-बच्चों को मिलेगी मजबूती
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Bokaro में हुआ पीसीवी टीकाकरण का शुभारंभ, विधायक बिरंची नारायण ने कहा-बच्चों को मिलेगी मजबूती

सदर अस्पताल बोकारो में न्यूमोकोकल कॉन्जुगेट वैक्सीन (पीसीवी) का नियमित टीकाकरण की शुरूआत बोकारो विधायक बिरंची नारायण के द्वारा की गई. 

Bokaro में हुआ पीसीवी टीकाकरण का शुभारंभ

Bokaro: सदर अस्पताल बोकारो में न्यूमोकोकल कॉन्जुगेट वैक्सीन (पीसीवी) का नियमित टीकाकरण की शुरूआत बोकारो विधायक बिरंची नारायण के द्वारा की गई. शुभारंभ के दिन टीकाकरण केंद्र में एएनएम मीना कुमारी ने उपाधीक्षक डॉ. एनपी सिंह की उपस्थिति में डेढ़ महीना के प्रियांशु कुमार सोनू को पीसीवी का पहला टीका लगाया. 

इसी के साथ बच्चों के नियमित टीकाकरण में पीसीवी को शामिल करने वाला झारखंड छठा राज्य बन गया है. अभी तक बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान तथा हिमाचल प्रदेश में ही यह नियमित टीकाकरण में शामिल था. इस पर विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि पीसीवी टीका से बच्चों को मजबूती प्रदान करेगा.  

उपाधीक्षक डॉ एन पी सिंह ने बताया कि पीसीवी सुरक्षित वैक्सीन है. इसे अभी तक प्राइवेट अस्पतालों में काफी महंगी कीमत पर लगाया जाता था. यह टीका न्यूमोकोकल जीवाणु से होने वाले निमोनिया व अन्य गंभीर संक्रमण से बचाव करेगा. उन्होंने बताया कि एक साल के बच्चे को झारखंड सरकार के निर्देश पर पीसीवी वैक्सीन दी जा रही है. इसकी पहली डोज छ: सप्ताह पर दूसरी डोज 14 सप्ताह पर और तीसरी डोज नौ माह पर दी जानी है. 

उन्होंने आगे कहा कि जिले के आम नागरिकों को अपने नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्र जाकर वैक्सीन अपने बच्चों को जरूर लगवा दें ताकि आने वाले समय में आपके बच्चों को दिमागी बुखार और निमोनिया जैसी बीमारी से बचा जा सके. इसे नियमित टीकाकरण में मुफ्त में लगाया जाएगा.

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बता दें कि न्यूमोकोकल कन्जुगेटेड वैक्सीन जिसे आम तौर पर PCV के नाम से जाना जाता है, यह एक वैक्सीन है जो छोटे बच्चों की दिया जाता है. बच्चों को नयूमोकोकल बैक्टीरिया से होने वाले न्यूमोनिया और दिमागी बुखार (बैक्टिरियल मेनिनजाइटिस) एवं अन्य बीमारियों से बचाता है. पांच साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक निमोनिया भी शामिल है. इस  शुभारंभ के दौरान स्वास्थ्य विभाग के पवन कुमार, उर्मिला कुमारी, प्रदीप कुमार सिन्हा शहीद अन्य उपस्थित थे.

(इनपुट: मृत्युंजय मिश्रा)

 

 

 

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