Good Story: अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में बिहार के लाल ने लहराया परचम, कराटे प्रतियोगिता में जीता स्वर्ण पदक
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Good Story: अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में बिहार के लाल ने लहराया परचम, कराटे प्रतियोगिता में जीता स्वर्ण पदक

International Karate championship: मो. जाबिर की इस सफलता के बाद उनके परिवार और जिले के खेल प्रेमियों में खुशी का माहौल है. उनके माता-पिता पहले नहीं चाहते थे कि वह कराटे करें, लेकिन मो. जाबिर ने फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार को देखकर कराटे की शुरुआत की. धीरे-धीरे उन्होंने कराटे को अपने पेशे के रूप में चुन लिया और नियमित रूप से इसकी तैयारी करने लगे.

Good Story: अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में बिहार के लाल ने लहराया परचम, कराटे प्रतियोगिता में जीता स्वर्ण पदक

International Karate championship: बिहार के जमुई जिले के रहने वाले मोहम्मद जाबिर ने नेपाल में आयोजित अंतरराष्ट्रीय कराटे प्रतियोगिता में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता है. इस प्रतियोगिता में पाकिस्तान, अफगानिस्तान, नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश और भूटान जैसे देशों के खिलाड़ियों को हराकर मो. जाबिर ने यह सफलता हासिल की. मो. जाबिर जमुई जिले के झाझा क्षेत्र के निवासी हैं.

मो. जाबिर की इस सफलता के बाद उनके परिवार और जिले के खेल प्रेमियों में खुशी का माहौल है. उनके माता-पिता पहले नहीं चाहते थे कि वह कराटे करें, लेकिन मो. जाबिर ने फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार को देखकर कराटे की शुरुआत की. धीरे-धीरे उन्होंने कराटे को अपने पेशे के रूप में चुन लिया और नियमित रूप से इसकी तैयारी करने लगे. उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें यह मुकाम दिलाया है.

मो. जाबिर इससे पहले भी कई महत्वपूर्ण प्रतियोगिताओं में भाग लेकर बिहार और भारत के लिए पदक जीत चुके हैं. वर्ष 2017 में उन्होंने श्रीलंका में आयोजित साउथ एशियन कराटे चैंपियनशिप में रजत पदक जीता था. इसके अलावा वर्ष 2018 और 2023 में वह एशियन गेम्स की संभावित लिस्ट में भी शामिल थे. वर्ष 2018 में चीन में आयोजित विश्व कराटे सीरीज में उन्होंने हिस्सा लिया था. 2019 में तुर्की और 2022 में इजिप्ट में आयोजित विश्व कराटे सीरीज में भी उन्होंने भारत का प्रतिनिधित्व किया था.

मो. जाबिर की इस सफलता के बाद उनके गांव में भी खुशी का माहौल है. स्थानीय लोग और उनके परिवार वाले उनकी इस उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहे हैं. मो. जाबिर ने यह साबित कर दिया है कि मेहनत और समर्पण से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है. उनकी यह जीत न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है. इस प्रकार मो. जाबिर की कहानी हमें यह सिखाती है कि अगर आप अपने सपनों के प्रति दृढ़ निश्चयी हैं और पूरी मेहनत से प्रयास करते हैं, तो सफलता अवश्य मिलती है. उनके संघर्ष और मेहनत की कहानी आज के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है. उनकी उपलब्धियों से न केवल उनका परिवार बल्कि पूरा जमुई जिला गौरवान्वित है.

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