Diarrhea In Jamui: जमुई में बढ़ा डायरिया का प्रकोप, 2 की मौत से हड़कंप, सिविल सर्जन के नेतृत्व लगा मेडिकल कैंप
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Diarrhea In Jamui: जमुई में बढ़ा डायरिया का प्रकोप, 2 की मौत से हड़कंप, सिविल सर्जन के नेतृत्व लगा मेडिकल कैंप

Diarrhea In Jamui: बिहार के जमुई जिले के खैरा प्रखंड के जीतझिंगोई गांव में डायरिया के बढ़ते मरीजों की वजह से हड़कंप मच गया है. डायरिया से आधा दर्जन से अधिक लोग बीमार है. जानकारी के अनुसार, एक सप्ताह में दो की मौत हो गई है. साथ ही कई लोग बीमार है.

Diarrhea In Jamui: जमुई में बढ़ा डायरिया का प्रकोप, 2 की मौत से हड़कंप, सिविल सर्जन के नेतृत्व लगा मेडिकल कैंप

जमुई: Diarrhea In Jamui: बिहार के जमुई जिले के खैरा प्रखंड के जीतझिंगोई गांव में डायरिया के बढ़ते मरीजों की वजह से हड़कंप मच गया है. डायरिया से आधा दर्जन से अधिक लोग बीमार है. जानकारी के अनुसार, एक सप्ताह में दो की मौत हो गई है. साथ ही कई लोग बीमार है. डरिया की सूचना के बाद सिविल सर्जन कुमार महेंद्र मेडिकल टीम के साथ जीतझिंगोई गांव के वार्ड नंबर 6 महादलित टोला पहुंचकर सभी का इलाज किया. जहां गंभीर रूप से बीमार को खैरा अस्पताल में एंबुलेंस के द्वारा भेज कर इलाज किया जा रहा है.

लोगों के इलाज के लिए गांव में लगाया गया मेडिकल कैंप 
वहीं कई बीमार लोगों का इलाज गांव में ही मेडिकल कैंप लगा कर किया जा रहा है. ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए बताया कि बीते शुक्रवार से बुचो मांझी 50 साल की तबियत बिगड़ गई. उल्टी और दस्त होने के कारण उसे खैरा रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसकी तबीयत में सुधार होने के बाद वह घर चला गया. लेकिन रविवार फिर अचानक तबीयत खराब हुई और उसकी मौत हो गई. 

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मृतक की 6 साल की नतनी की लगातार उल्टी, दस्त से मौत

इधर बूचो मांझी की मौत की सूचना के बाद उसके रिश्तेदार उसके समधी और नतनी मोकामा से पहुंचे थे. जहां मृतक बुचो मांझी के 6 साल के नतनी मधुली कुमारी की तबीयत खराब हो गई. लगातार उल्टी, दस्त होने से मधुली कुमारी की मौत हो गई. वहीं ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि मामले की जानकारी खैर रेफरल अस्पताल के डॉक्टर को दी गई थी. जिसके बाद मेडिकल टीम ने दवा और सलाइन भेज दिया. लेकिन दवा और सलाइन चढ़ाने के लिए कोई नहीं आया. अंत में ग्रामीणों ने ग्रामीण चिकित्सक से सभी का इलाज करवाया. 

गांव में बने एक चबूतरे पर किया जा रहा सभी का इलाज  
जानकारी के अनुसार, सभी बीमार व्यक्तियों का इलाज गांव के ही एक बने चबूतरे पर किया गया. इस मामले में सिविल सर्जन कुमार महेंद्र ने बताया कि डायरिया का मरीज निकला है. मेडिकल टीम भैया गया ने स्वयं घटना मौके पर पहुंचकर मामले का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि प्रभारी को निर्देश दिया गया है कि मेडिकल टीम कैंप लगाकर सभी का इलाज सुचारू रूप से किया जाए. उन्होंने कहा कि जो ज्यादा गंभीर स्थिति में है, उनका इलाज खैर रेफर अस्पताल में किया जा रहा है. बाकी सभी का इलाज गांव में ही मेडिकल कैंप में किया जा रहा है. फिलहाल स्थिति खतरे से बाहर है.
इनपुट- अभिषेक निराला

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