Jamui: जमुई के ये 5 पुल भगवान भरोसे, कभी भी हो सकती है बड़ी दुर्घटना, तीन पुल पर बड़े वाहन का आना मना
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Jamui: जमुई के ये 5 पुल भगवान भरोसे, कभी भी हो सकती है बड़ी दुर्घटना, तीन पुल पर बड़े वाहन का आना मना

Jamui News: बिहार सरकार के मुखिया नीतीश कुमार अपने आप को सुशासन बाबू की सरकार कहते हैं लेकिन कहीं ना कहीं बिहार में बन रहे भ्रष्टाचार के पुल लगातार जमीदोज होते दिख रहे है. पिछले एक सप्ताह की अगर बात की जाए तो बिहार के करोड़ों रुपए की लागत के पुल उद्घाटन से पहले ही नदी में समा गई है.

जमुई के ये 5 पुल भगवान भरोसे

जमुई: Jamui News: बिहार सरकार के मुखिया नीतीश कुमार अपने आप को सुशासन बाबू की सरकार कहते हैं लेकिन कहीं ना कहीं बिहार में बन रहे भ्रष्टाचार के पुल लगातार जमीदोज होते दिख रहे है. पिछले एक सप्ताह की अगर बात की जाए तो बिहार के करोड़ों रुपए की लागत के पुल उद्घाटन से पहले ही नदी में समा गई है. वहीं हम बात कर रहे हैं जमुई जिले की, जहां भी भ्रष्टाचार के कारण जमुई में लगभग पांच पुल क्षतिग्रस्त है जो कि कभी भी बड़ी दुर्घटना का शिकार हो सकते है और पुल जो है जमींदोज हो सकते है. 

साल 2017 में ही हो गया था क्षतिग्रस्त 
जमुई जिले के खैरा प्रखंड अंतर्गत 333 ए पर बने नरियाना पुल और मांगो बंदर पुल भी क्षतिग्रस्त है. जिस पर बड़े वाहन का आना जाना बंद कर दिया गया है. क्योंकि नदी पर बने नरियाना पुल 2009 में बनना शुरू हुआ था और 2011 में बनकर तैयार हुआ था. इसका उद्घाटन भी हो गया था. वहीं 2017 में पुल के 11वें नंबर का पाया स्लैब के पास टूट गया और पुल क्षतिग्रस्त हो गया. तब से आज तक कई जगह पुल क्षतिग्रस्त हो चुका है. लेकिन किसी ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया. जिसको लेकर जिला प्रशासन के द्वारा बड़े वाहन का आना- जाना बंद कर दिया गया. लेकिन मजे की बात तो यह है कि बगल गांव के लोगों को पुल बन जाने के बाद खासा उम्मीद जगी थी कि एरिया डेवलप होगा और लोगों को रोजगार मिलेगा. 

टूटे हुए पुल के पास प्रधानमंत्री कर चुके है दो बार चुनावी सभा 
बता दें कि इसी टूटे हुए पुल के पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दो बार चुनावी सभा भी हो चुकी है. जिसमें 2019 और 2024 में प्रधानमंत्री यहीं से चुनावी सभा का आगाज कर चुके हैं और इस बार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तो मंच से ग्रामीणों को संबोधन के दौरान यहां तक कह दिया था कि जो सामने पुल देख रहे हैं यह पुल हमने ही बनवाया है, शायद उनको यह नहीं पता है कि यह पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है और साल 2017 से क्षतिग्रस्त है. लोगों का आना-जाना तो हो रहा है लेकिन बड़ी गाड़ियों का आना जाना बंद कर दिया गया है. यहां से गुजरने वाले लोगों को जान माल की सुरक्षा का कोई ख्याल नहीं किया जा रहा है.

जमुई के ये 5 पुल क्षतिग्रस्त  
वहीं जमुई जिले को लेकर अगर बात की जाए तो यहां पर खैरा प्रखंड के दो पुल नारियाना और मांगोबंदर, झाझा प्रखंड के हथिया पुल और बरमसिया पुल और सोनो प्रखंड का बरनार काजवे पुल क्षतिग्रस्त है. जिसका पिछले साल बरसात में कई पाए पानी में डस गए थे. जिसको लेकर फिलहाल लोहे का पुल बनाकर छोटी-छोटी गाड़ियों को पास कराया जा रहा है और बड़े वाहन का आना जाना बंद कर दिया गया है. जहां के पुल क्षतिग्रस्त होने के बाद खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार नदी पर पहुंचे थे और उन्होंने कहा था कि इसके समानांतर नए पुल बनाए जाएंगे. लेकिन आज तक कुछ भी नहीं हुआ. 

बड़ी दुर्घटना से नहीं किया जा सकता इनकार
अगर समय रहते अगर विभाग के लोग इस पर संज्ञान नहीं लेते हैं तो बड़ी दुर्घटना से इनकार नहीं किया जा सकता है. क्योंकि बरसात आने वाली है और बारिश के बाद जिले के लगभग सभी नदियों में बालू की अवैध तरीके से काफी गहराई तक बालू की खुदाई की गई है. जिससे नदी पर बने पुल दुर्घटनाग्रस्त होने की आशंका और बढ़ जाती है. वहीं पूरे मामले को लेकर जिला पदाधिकारी राकेश कुमार का कहना है कि नारियाना और मांगोबंदर पुल निर्माण का टेंडर हो चुका है और भूमि अधिग्रहण के बाद कार्य शुरू हो जाएगा. जिले भर में जितने भी पुल क्षतिग्रस्त हैं उन सभी की सूची राज्य स्तर पर मांगी गई है. हम लोगों के द्वारा भेजी जा रही है जो भी पुल क्षतिग्रस्त है. उसके ऊपर विभाग के द्वारा संज्ञान लिया जाएगा और कार्य किया जाएगा. वहीं नरियाना पुल को लेकर नारियाना गांव के लोग ज़ी मीडिया के कैमरे पर ही सरकार और जनप्रतिनिधि के खिलाफ काफी गुस्से में हैं और कार्य में लापरवाही भ्रष्टाचार और गुणवत्तापूर्ण कार्य नहीं करने का आरोप लगा रहे हैं. 

इनपुट- अभिषेक निराला, जमुई 

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