लातेहार की घटना पर राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री समेत CM Hemant ने जताया दुख, मृतकों के परिजनों को मिला मुआवजे का आश्वासन
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लातेहार की घटना पर राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री समेत CM Hemant ने जताया दुख, मृतकों के परिजनों को मिला मुआवजे का आश्वासन

घटना के बाद राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है.

लातेहार की घटना पर राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री समेत CM Hemant ने जताया दुख. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Latehar: झारखंड के लातेहार जिले में दो स्थानों पर 'करमा पूजा' के बाद डाली विसर्जित करने के दौरान सात लड़कियों समेत आठ लोगों की डूबने से मौत हो गई. ये घटनाएं जिले में शेरेगाड़ा के बुकरू गांव और शिबला पंचायत के एक अन्य गांव में उस वक्त हुई जब वे करमा पूजा के बाद पेड़ की डाली विसर्जित करने एक तालाब गई थीं.

जानकारी के अनुसार, मृत सभी लड़कियों की उम्र 10 वर्ष से लेकर 20 वर्ष के बीच है. वहीं, घटना के बाद राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है.

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राष्ट्रपति से लेकर प्रधानमंत्री-मुख्यमंत्री ने जताया दुख
जहां, एक तरफ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) ने दुख जताते हुए ट्वीट किया, 'झारखंड के लातेहार में करम डाली के विसर्जन के दौरान दर्दनाक दुर्घटना में कई लड़कियों की मौत की खबर सुनकर मैं बहुत दुखी हूं. दुख की इस घड़ी में मैं शोक संतप्त परिवारों के सदस्यों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूं.'

वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने कहा, 'झारखंड के लातेहार जिले में डूबने से लड़कियों की मौत से स्तब्ध हूं. दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं.' 

इधर, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने ट्वीट कर कहा, 'लातेहार जिले के शेरेगाड़ा में करम डाली (करमा पेड़ की डालियां) विसर्जन के दौरान 7 बच्चियों की डूबने से हुई मौत की खबर सुनकर स्तब्ध हूं. परमात्मा दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान कर शोक संतप्त परिवारों को दुःख की घड़ी सहन करने की शक्ति दें.'

उदासी में बदला उत्सव का माहौल

इस त्रासदी की खबर फैलने के बाद उत्सव का माहौल उदासी में बदल गया. अधिकारियों के मुताबिक, 10 लड़कियों का समूह करम डाली का विर्सजन करने तालाब में गया था, जब उनमें से दो डूबने लगीं तो उन्हें बचाने की कोशिश में सात अन्य डूब गईं, जबकि तीन अन्य लड़कियों का इलाज चल रहा है.

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'मृतकों में शामिल हैं तीन बहनें'
उन्होंने बताया, 'चार लड़कियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन की बालूमाथ एचएचसी ले जाने के दौरान रास्ते में मौत हो गई.' मृतकों में तीन बहनें भी शामिल हैं जिनकी पहचान रेखा कुमारी (18), रीना कुमारी (16) और लक्ष्मी कुमारी (12) के तौर पर की गई हैं. अन्य की पहचान, सुषमा कुमारी (12), पिंकी कुमारी (18), सुनिता कुमारी (20), बसंती कुमारी (12), सूरज (10) के तौर पर की गई.

'खुदाई के लिए तालाब को चौड़ा किए जाने के कारण हुआ हादसा'
इस बीच, बुकरू में आक्रोशित ग्रामीणों ने बालूमाथ-चतरा रोड राष्ट्रीय राजमार्ग को 98 अवरूद्ध कर दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि खुदाई के लिए तालाब को चौड़ा किए जाने के कारण यह घटना हुई. एक अधिकारी द्वारा सातों लड़कियों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए का मुआवजा दिए जाने के आश्वासन के बाद शाम में सड़क यातायात सुचारू हो सका.

(इनपुट- भाषा)

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