10388 पोषण सखियों को जब तक बकाया मानदेय नहीं मिलता और चयनमुक्त पत्र वापस नहीं होता पोषण सखियों का आंदोलन जारी रहेगा. पोषण सखी अपनी हक के लिए अपनी जान तक देने को तैयार है.
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Dhanbad: धनबाद जिले की पोषण सखियों ने एक साल से बकाया मानदेय भुगतान एवं सेवा से चयनमुक्त पत्र वापस लेने की मांग को लेकर उपायुक्त संदीप सिंह से मिलने पहुंची. मंगलवार को उपायुक्त का जनता दरवार लगता था .लेकिन जनता दरबार की तिथि परिवर्तित होने के कारण उपायुक्त से पोषण सखियों की मुलाकात नहीं हो सकी. जिससे उनमें साफ तौर से नाराजगी देखने को मिल रही है.
रुबिया खातून ने कहा-बगैर भीख मांगे गुजारा मुश्किल
वहीं मीडिया से बात करते हुए पोषण सखी रुबिया खातून ने कहा कि लगातार आंदोलन के बावजूद सरकार पोषण सखियों के साथ अन्याय कर रही है .राज्य सरकार ने पोषण सखियों का 24 मार्च को सेवा से चयन मुक्त का पत्र जारी कर दिया था. जिससे पोषण सखियों में काफी आक्रोश है. पोषण सखियों में विधवा एवं दिव्यांग महिलाएं भी शामिल हैं. लिहाजा उनके समक्ष अब भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है. अब बगैर भीख मांगे उनका गुजारा मुश्किल है.
पांच वर्ष तक सेवा के बाद बीच मझधार में छोड़ा
क्या सरकार ने हमें भीख मांगने के लिए पांच वर्ष तक सेवा लेने के बाद चयनमुक्त कर बीच मझधार में छोड़ दिया है. यहीं नहीं साल भर से पोषण सखियों को मानदेय भी नही मिला है. जबकि उन्हें आश्वासन मिला था कि 31 मार्च को पोषण सखियों का बकाया मानदेय दे दिया जाएगा . लेकिन आज 19 अप्रैल है, आज तक पोषण सखियों को बकाया मानदेय नहीं मिला है.
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10388 पोषण सखियों को बकाया मानदेय नहीं मिला
जिससे पोषण सखियों की आर्थिक स्थिति खराब हो चुकी है. बच्चों का भरण पोषण नहीं हो पा रहा है. 10388 पोषण सखियों को जब तक बकाया मानदेय नहीं मिलता और चयनमुक्त पत्र वापस नहीं होता पोषण सखियों का आंदोलन जारी रहेगा. पोषण सखी अपनी हक के लिए अपनी जान तक देने को तैयार है. उन्होंने कहा की फिलहाल पंचायत चुनाव को लेकर आचार संहिता लागू है. जैसे ही आचारसंहिता खत्म होगी पोषण सखियों का जोरदार आंदोलन शुरू हो जाएगा. पोषण सखी अपनी मांगों को लेकर चक्का जाम कर देगी .