दर्दनाक! मजबूरी ने किया बेहाल तो महिला ने महज पांच महीने की बेटी को बेच डाला
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दर्दनाक! मजबूरी ने किया बेहाल तो महिला ने महज पांच महीने की बेटी को बेच डाला

गुड़िया देवी के पहले पति की मौत हो चुकी है. पहले पति की मौत के बाद गुड़िया ने दूसरी शादी सिमडेगा के बंगरु निवासी बजरंग साहू से की जो कबाड़ का काम करता था.

दर्दनाक! मजबूरी ने किया बेहाल तो महिला ने महज पांच महीने की बेटी को बेच डाला

Gumla: झारखंड (Jharkhand) के गुमला में गरीबी और तंगहाली से मजबूर एक महिला ने अपनी पांच महीने की बच्ची (Daughter) को बेच दिया. महिला टीबी और दूसरी बीमारियों से ग्रसित है और उसके पास दो जून की रोटी के लिए भी पैसे नहीं हैं. 

पैसे के अभाव में नहीं हो रहा था इलाज 
बता दें कि पैसे के अभाव में महिला का इलाज भी नहीं हो पा रहा था. जिसके बाद महिला ने मजबूरन अपनी बेटी को पांच हजार रूपये में बेच दिया. महिला गुमला के अंबेडकर नगर की रहने वाली है.

बेटे करते हैं बाल मजदूरी 
बताया जा रहा है कि महिला गुड़िया देवी के तीन और भी बच्चे हैं .एक बच्चे की उम्र 12 साल, दूसरे की 8 साल और तीसरी बच्ची की उम्र 3 साल है. दोनों बच्चे पटना के बिहटा में ईंट-भट्टे में बाल मजदूरी करते हैं जो की अपराध है. 

महिला बेसहारा और बेघर 
गुड़िया देवी के पहले पति की मौत हो चुकी है. पहले पति की मौत के बाद गुड़िया ने दूसरी शादी सिमडेगा के बंगरु निवासी बजरंग साहू से की जो कबाड़ का काम करता था. लेकिन शादी के कुछ दिन बाद ही उसने गुड़िया को छोड़ दिया. जिसके बाद से गुड़िया बेसहारा और बेघर हो गई है.

मंत्री ने की मदद 
बदहाली और बच्चों का पोषण नहीं कर पाने के कारण गुड़िया अपनी तीन साल की बेटी को भी बेचने की कोशिश कर रही थी. लेकिन लोगों को समझाने के बाद उसने बच्ची को बेचने का फैसला बदल दिया. गुड़िया की दर्द भरी दास्तान जब मंत्री चंपई सोरेन तक पहुंची तो उन्होंने उसकी मदद के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिया. तब जाकर जिला प्रशासन हरकत में आई.

जिला प्रशासन की पहल पर शुरू हुआ इलाज 
जिला प्रशासन की पहल पर सदर SDO और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों की टीम ने अंबेडकर नगर पहुंचकर गुड़िया देवी से मुलाकात की और उसके इलाज का समुचित प्रबंध कराया. डॉक्टरों ने कहा कि गुड़िया को टीबी समेत कई बीमारियां हैं, जिसका इलाज शुरू कर दिया गया है.

बेची गई बच्ची के वापसी में लगा जिला प्रशासन 
वहीं SDO रवि आनंद ने बताया कि गुड़िया देवी के दो बच्चों जो बिहार के पटना में किसी ईंट-भट्ठे में कार्यरत हैं, उनकी वापसी के लिए प्रशासनिक स्तर पर जरूरी पहल की जा रही है. साथ ही जिस दूधमुंहे बच्ची को 5 हजार रुपये में बेच दिया था, उसके संबंध में भी प्रशासन पता लगा रहा है. ताकि उसकी वापसी हो सके.

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