तमाम परेशानियों और कोरोना की वजह से त्राहिमाम कर रही दुनिया के लिए नया साल आशा की किरण लेकर आनेवाला है. पूरी दुनिया साल 2022 के स्वागत के लिए तैयार है. बस कुछ ही दिनों में साल 2021 खत्म होने वाला और 2022 के स्वागत की तैयारी लोगों ने शुरू कर दी है.
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Ranchi: तमाम परेशानियों और कोरोना की वजह से त्राहिमाम कर रही दुनिया के लिए नया साल आशा की किरण लेकर आनेवाला है. पूरी दुनिया साल 2022 के स्वागत के लिए तैयार है. बस कुछ ही दिनों में साल 2021 खत्म होने वाला और 2022 के स्वागत की तैयारी लोगों ने शुरू कर दी है. नए साल का सेलिब्रेशन कहां होगा इसको लेकर लोगों ने अभी से प्लान करना शुरू कर दिया है.
ऐसे में हम आपको झारखंड के उन पर्यटन स्थलों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां की प्राकृतिक सुंदरता को निहारने पर्यटक पूरे देश से आते हैं. दरअसल भारत के कई देखने लायक मनमोहक झरने झारखंड में स्थित हैं. राज्य के शांत पहाड़-पहाड़ियों, जंगल, जलाशय, लाइफ सेंचुरी और प्राकृतिक सौंदर्यता अपनी तरफ पूरे देशभर के पर्यटकों का ध्यान आकर्षित करती है.
आइए आपको बताते हैं झारखंड के उन जगहों के बारे में जहां जाकर पर्यटक प्राकृति के मनमोहक नजारों का पास से आनंद उठा सकते हैं.
सीता फॉल
सीता फॉल रांची से करीब 45 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और प्रमुख पर्यटन स्थल में शुमार है. पहाड़ और जंगल से घिरा सीता फॉल की सुंदरता देखते बनती है. 350 फीट की ऊंचाई से गिरते पानी को देखना मन को शांति प्रदान करता है. झरने के पास ही सीता माता का मंदिर है. मान्यता है कि वनवास के दौरान भगवान श्रीराम अपने भाई लक्ष्मण और पत्नी सीता के साथ कुछ दिन यहां ठहरे थे. यहां पास ही में जोन्हा जलप्रपात भी है.
पेरवाघाघ
खूंटी जिले में स्थित पेरवाघाघ पिकनिक के लिए एक अच्छी जगह है. जिले के पंचधाघ, लतरातू डैम, लटरजंग डैम, रानी फॉल जैसे कई छोटे-बड़े टूरिस्ट प्लेस है. यहां ईटी नदी पर एक के बाद एक तीन जलप्रपात है जिसमें एक 110 फीट, दूसरा 40 और एक छोटा जलप्रपात है.
ब्लू पांड
ब्लू पांड ने राजधानी रांची से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. नए साल में यहां पर पर्यटकों का हर वर्ष जमावड़ा लगता है. पर्यटकों के लिए ये पिकनिक मनाने के लिए एक खूबसूरत जगह है.
करांजी जलाशय
करांजी जलाशय जंगलों से तीन तरफ से घिरा है. बेड़ो प्रखंड का करांजी जलाशय प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है. यह बेड़ो हेडक्वार्टर से 4 किलोमीटर दूर बेडो-लोहरदगा लेन और बेड़ो-गुमला मेन रोड (एनएच-23) के बीच में है.
दशम फॉल
दशम फॉल रांची से करीब 40 किलोमीटर की दूरी पर है. रांची-टाटा हाइवे से होते हुए तैमाड़ा चौक से होते हुए सीधे दशम फॉल जा सकते हैं. यहां पर पहाड़ से गिरता पानी आकर्षण का केंद्र है. यहां हर साल भारी संख्या में पर्यटक आते हैं और पिकनिक मनाते हैं.
टूटी झरना फॉल
टूटी झरना फॉल रांची से करीब 37 किलोमीटर की दूर है. यहां 150 फीट की ऊंचाई से गिरता झरने का पानी व चारों ओर जंगल खूबसूरती पर चार चांद लगाते हैं.
पंडितपुरींग फॉल
पंडितपुरींग फॉल खूंटी जिले के लोहाजिमि गांव में स्थित है. चारों तरफ जंगल से घिरा यह झरना अपनी मनमोहक सुंदरता से पर्यटकों का ध्यान आकर्षित करता है. यहां कई जगहों पर नदी की धारा चट्टानों से टकराती हुई नीचे गिरती है. पंडिपुरींग फॉल में सैलानियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम हैं.
चुरिन फॉल
रांची से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित चुरिन फॉल पर्यटकों के लिए बेहतर पिकनिक स्पॉट है. यहां होरहाप जंगल में बना चैकडेम भी टूरिस्टों के लिए पिकनिक मनाने के लिए अच्छी जगह है. चुरिन फॉल की सबसे खास बात यह है कि ये पूरी तरीके से अपने वास्तविक रूप में है. यहां पानी, पत्थर और जंगल है. यहां ऊंचाई से पानी की धार गिरती है, जो पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है.
चुंदड़ी फॉल
चुंदरीफॉल बरवादाग पंचायत क्षेत्र के सुदुर जंगलों के बीचों-बीच स्थित है. अनगड़ा प्रखंड को कुदरत ने नैसर्गिक सुंदरता से नवाजा है. ये टूरिस्टों के लिए पिकनिक मनाने का बेहतर विकल्प है.
रानी चुआं
झारखंड की लाइफ लाइन कही जानेवाली सुवर्णरेखा नदी का उद्गम स्थल रानी चुआं के नाम से मशहूर है. यहां प्राकृतिक रूप से बना टिकरा और टोंगरी मनमोहक है. यह राजधानी रांची से गुमला रोड में 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.