गुमला में सरहुल पूजा धूमधाम से मनाई गई, पूर्व मंत्री ने लोगों की सुख शांति के लिए दुआ मांगी
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गुमला में सरहुल पूजा धूमधाम से मनाई गई, पूर्व मंत्री ने लोगों की सुख शांति के लिए दुआ मांगी

मौके पर मुख्य अतिथि गणेश राम भगत ने कहा कि आदिवासी प्रकृति के पूजक होते हैं जो आदिवासियों के श्रद्धा,आस्था और विश्वास से जुड़ा हुआ है. आदिवासियों की भेष,भूषा और भाषा,सभ्यता संस्कृति,रहन सहन ही पहचान है. हमलोगों को अपनी भेष भूषा,भाषा सभ्यता और संस्कृति बचाए रखना है.

सरहुल पूजा समिति डुमरी के बैनर तले शोभायात्रा निकाली गई.

Ranchi: गुमला - डुमरी प्रखंड सरहुल पूजा समिति द्वारा सरहुल पूजा महोत्सव डुमरी में मंगलवार को धूमधाम से मनाया गया. इस मौके पर मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री गणेश राम भगत, विशिष्ट पूर्व विधायक शिवशंकर उरांव,बैजू उरांव को मुख्य पुजार बैगा बीरबल के द्वारा सरना धरती माता और सूर्यदेव की पूजा अर्चना कर लोगों की सुख शांति और समृद्धि के लिए दुआ मांगी गई. 

इस मौके पर मुख्य अतिथि गणेश राम भगत ने कहा कि आदिवासी प्रकृति के पूजक होते हैं जो आदिवासियों के श्रद्धा,आस्था और विश्वास से जुड़ा हुआ है. आदिवासियों की भेष,भूषा और भाषा,सभ्यता संस्कृति,रहन सहन ही पहचान है. हमलोगों को अपनी भेष भूषा,भाषा सभ्यता और संस्कृति बचाए रखना है.

 मौके पर प्रखंड सरहुल पूजा समिति डुमरी के बैनर तले शोभायात्रा निकाली गई जो डुमरी सरना स्थल से डुमरी बस्ती,नवाडीह चौक, रविन्द्रनगर से होते हुए टॉगरडीह, झ॔खरा, कुम्बा पहुंच कर सभा में तब्दील हो गया.

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शोभायात्रा में सरना धर्मावलंबी अपने भेष भूषा,मंदर,ढोल, नगाड़ा गाजा बाजा के साथ खोड़हा दर खोड़हा नाचते-गाते हुए चल रहे थे. बीच बीच में सरना माता की जय,धरती माता की जय की नारा लगा रहे थे. झखरा कुम्बा में सामूहिक नाच गाना हुआ तत्पश्चात अतिथियों के द्वारा सभी खोड़हा के बीच पारितोषिक वितरण के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ.

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