रांची में बीजेपी नेता जीतराम मुंडा की हत्या के मामले के पर्दाफाश के लिए SIT गठित कर दी गयी है.
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Ranchi: रांची में बीजेपी नेता जीतराम मुंडा की हत्या ने पुलिस के सामने नई चुनौती पेश कर दी है. मामले में पुलिस ने 3 लोगों को हिरासत में लिया है. वहीं वारदात को अंजाम देने के आरोपी मनोज मुंडा की तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही है. मामले के पर्दाफाश के लिए SIT भी गठित कर दी गयी है.
बुधवार को रांची में बीजेपी के अनुसूचित जनजाति जिला मोर्चा अध्यक्ष जीत राम मुंडा को गोलियों से छलनी कर दिया गया.हमलावरों ने ओरमांझी के पालू गांव स्थित आर्यन लाइन होटल के पास जीतराम मुंडा पर हमला किया, और उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर फरार हो गए. इसके बाद घायल नेता को आनन-फानन में ओरमांझी स्थित मेदांता अस्पताल लाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
झारखंड में अब कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज़ बची नहीं है। @BJP4Jharkhand के एसटी मोर्चा के राँची जिला अध्यक्ष जीतराम मुंडा की ओरमांझी में शरेशाम हत्या से प्रशासनिक अकर्मण्यता का अंदाजा लगाया जा सकता है।
पुलिस दोषियों को अविलंब गिरफ्तार करे, अन्यथा भाजपा व्यापक आंदोलन करेगी। pic.twitter.com/llEjiGxKyr— Babulal Marandi (@yourBabulal) September 22, 2021
जीतराम मुंडा को उस समय निशाना बनाया गया, जब वह पार्टी की ओर से आयोजित पुतला दहन कार्यक्रम में हिस्सा लेकर वापस लौट रहे थे.
इस घटना के बाद लोगों में पुलिस-प्रशासन के खिलाफ काफी नाराजगी देखने को मिली. शुक्रवार को रांची के ओरमांझी में जीतराम मुंडा के शव के साथ लोगों ने शव के साथ सड़क जाम किया और मामले में शामिल आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग को लेकर हंगामा किया, बाद में किसी तरह पुलिस-प्रशासन ने लोगों को समझा-बुझा कर शांत कराया.
रांची जिला ग्रामीण एस टी युवा मोर्चा के अध्यक्ष जीतराम मुंडा की ओरमांझी में गोली मारकर हत्या पूरी तरह प्रशासनिक विफलता का परिणाम है।जीतराम जी को पहले से ही जानलेवा हमले की आशंका थी।उनपर पहले भी हमला हो चुका था।इसकी सूचना पूरे प्रशासनिक अमले को थी।उन्होंने आर्म लाइसेंस के लिए भी pic.twitter.com/ZOYpPOwKVt
— Arjun Munda (@MundaArjun) September 22, 2021
जीतराम मुंडा के परिजनों के मुताबिक पुलिस-प्रशासन को पहले से खतरे की जानकारी थी, इसके बावजूद जीतराम मुंडा के सुरक्षा को लेकर कोई इंतज़ाम नहीं किया गया, जिसके कारण हमलावरों ने इतनी आसानी से वारदात को अंजाम दे दिया.
वहीं घटना को लेकर लोगों के गुस्से को पुलिस भी समझ रही है, लिहाजा पुलिस ने बगैर किसी देरी के मामले की जांच के लिए SIT गठित कर दी है. अभी तक की जानकारी के मुताबिक जीतराम मुंडा हत्याकांड में मनोज मुंडा नाम के शख्स के शामिल होने की बात सामने आ रही है. मामले में पुलिस ने 3 लोगों को हिरासत में लिया है. वहीं वारदात को अंजाम देने के आरोपी मनोज मुंडा की तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही है.
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2017 में भी जीतराम मुंडा पर हमला हुआ था, उस वक्त भी मनोज मुंडा पर ही फायरिंग का आरोप लगा था, जिसके बाद उसे जेल भेजा गया था. जमानत मिलने के बाद वो जेल से बाहर आया था. पुलिस के मुताबिक पहले हुई वारदात को देखते हुए जीतराम मुंडा को स्थानीय थाने की तरफ से सतर्क रहने की सलाह दी गई थी. पुलिस के मुताबिक जल्द ही मामले के सभी आरोपी शिकंजे में होंगे.
(इनपुट: मनीष मिश्रा)