Bihar Politics: बिहार में एनडीए के साथ सरकार बनते ही विपक्ष का 'आफतकाल' चालू हो गया है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव, उनके बेटे और पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है.
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Bihar Politics: बिहार में सत्ता परिवर्तन होते ही बिहार-झारखंड में विपक्ष के लिए 'आफतकाल' घोषित कर दिया गया हो. रविवार (28 जनवरी) को नीतीश कुमार ने पलटी मारकर एनडीए के साथ सरकार बनाई और सोमवार (29 जनवरी) को ही राजद अध्यक्ष लालू यादव की ईडी के सामने पेशी हो गई. जमीन के बदले नौकरी घोटाले में ईडी के अधिकारी लालू यादव से पूछताछ कर ही रहे थे कि तेजस्वी यादव को भी मंगलवार (30 जनवरी) को पूछताछ के लिए हाजिर होने का समन पहुंच गया. उधर जमीन घोटाले से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है.
सोमवार (29 जनवरी) को ईडी की एक टीम झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली आवास पर अचानक पहुंच गई. हालांकि, सीएम सोरेन अपने आवास पर नहीं मिले. बता दें कि ईडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को 10वां समन जारी करते हुए 29 से 31 तारीख के बीच का अल्टीमेटम दिया है. ईडी ने साफ कहा है कि आप समय और जगह निर्धारित करें, अन्यथा हम आएंगे. सीएम सोरेन की पार्टी जेएमएम की ओर से मुख्यमंत्री की ओर से ईडी जांच में सहयोग करने का आश्वासन दिया गया था. इसके बावजूद ईडी की एक टीम मुख्यमंत्री आवास पर पहुंच गई. ईडी को जानकारी मिली थी कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन 26 जनवरी की शाम दिल्ली आए थे.
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ईडी ने इससे पहले 20 जनवरी को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का बयान उनके आधिकारिक आवास पर दर्ज किया था. जमीन घोटाले से जुड़े मनी लांड्रिंग मामले में ईडी अबतक 14 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. इनमें 2011 बैच की आईएएस अधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं, जो राज्य के समाज कल्याण विभाग के निदेशक और रांची के उपायुक्त के रूप में कार्यरत थीं. IAS अधिकारी छवि रंजन को मुख्यमंत्री सोरेन का काफी विश्वासपात्र अधिकारी कहा जाता था.
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तेजस्वी यादव और हेमंत सोरेन के अलावा दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर ईडी का शिकंजा कसता जा रहा है. उन पर तो अब गिरफ्तारी की तलवार भी लटकने लगी है. दिल्ली शराब घोटाला मामले में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को ईडी कई बार पूछताछ के लिए समन भेज चुकी है, लेकिन केजरीवाल अभी तक ईडी के सामने पेश नहीं हुए हैं. केजरीवाल की पार्टी AAP ने प्रवर्तन निदेशालय को एक चिट्ठी भेजकर बार-बार समन भेजने को लेकर सवाल उठाए हैं. आप ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल को लोकसभा चुनाव में प्रचार करने से रोकने के लिए समन भेजा जा रहा है.