Bihar Literacy: बिहार का सबसे शिक्षित जिला कौन, जानें प्रदेश में सबसे कम पढ़े-लिखे लोग कहां पर हैं?
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Bihar Literacy: बिहार का सबसे शिक्षित जिला कौन, जानें प्रदेश में सबसे कम पढ़े-लिखे लोग कहां पर हैं?

Bihar Literacy Rate: बिहार एनडीए के नेता अक्सर कहते दिखाई पड़ते हैं कि डबल इंजन की सरकार में बिहार में साक्षरता दर को बढ़ाना है, तभी तो सबसे बड़ा बजट शिक्षा पर ही जाता है. जातीय सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार, बिहार की राजधानी पटना सबसे शिक्षित जिला में नहीं आता है.

प्रतीकात्मक तस्वीर

Bihar Literacy Rate: केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने पिछले साल देश की साक्षरता दर पर एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें 61.8 फीसदी की साक्षरता दर के साथ बिहार सबसे निचले पायदान पर था. बिहार से पहले अरुणाचल प्रदेश और राजस्थान का नंबर था. वहीं 94 प्रतिशत के साथ देश में केरल की साक्षरता दर सबसे ज्यादा है. इसके बाद लक्षद्वीप में 91.85% और मिजोरम में 91.33% है. अब अगर बिहार में जिला स्तर पर साक्षरता दर की बात करें तो बिहार का रोहतास जिला केरल से थोड़ा ही पीछे है. रोहतास की साक्षरता दर 90.2 फीसदी है. बिहार में यह आंकड़ा सर्वाधिक है, मतलब रोहतास जिला बिहार का सबसे शिक्षित जिला है. इसके बाद 89.2% के साथ राजधानी पटना और 88.2% के साथ भोजपुर जिला का नंबर आता है.

राजधानी में संसाधनों की कोई कमी नहीं होने के बावजूद पटना का स्थान दूसरा है. अब सवाल ये है कि बिहार का सबसे कम पढ़ा-लिखा जिला कौन सा है. शर्मसार करने वाला यह रिकॉर्ड मधेपुरा के नाम दर्ज है. मधेपुरा की साक्षरता दर 69.8% ही है. इससे पहले 69.9% के साथ पूर्णिया और 70.1% के साथ शिवहर का नंबर आता है. कटिहार की साक्षरता दर 70.2% तो सीतामढ़ी की 70.3% जबकि सहरसा की साक्षरता दर 70.4% है.

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प्रदेश में शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है. सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों की भांति अब शिक्षा सेवकों की उपस्थिति भी ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर ऑनलाइन बनेगी. शिक्षा विभाग का यह आदेश एक सितंबर से प्रभावी हो गया है. ऑनलाइन उपस्थिति के आधार पर ही शिक्षा सेवकों को अक्टूबर से मानदेय का भुगतान होगा. विभाग की ओर से स्पष्ट निर्देश हैं कि सभी शिक्षा सेवकों का अक्तूबर 2024 से मानदेय का भुगतान ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर दर्ज बायोमेट्रिक के आधार पर की जाएगी. इसके लिए एक सितंबर से शिक्षा सेवकों की उपस्थिति उनके संबद्ध विद्यालय, जिसका यू-डायस कोड उन्हें आवंटित है, के बायोमेट्रिक प्रणाली ई-शिक्षाकोष पोर्टल के माध्यम से दर्ज कराने के संबंध में आवश्यक कार्रवाई करना सुनिश्चित करेंगे. 

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