Bihar Politics: बिहार में अपराध के खिलाफ महागठबंधन ने निकाला प्रतिरोध मार्च, कई जगहों पर आमने-सामने आए पुलिस और प्रदर्शनकारी
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Bihar Politics: बिहार में अपराध के खिलाफ महागठबंधन ने निकाला प्रतिरोध मार्च, कई जगहों पर आमने-सामने आए पुलिस और प्रदर्शनकारी

Bihar Politics: बिहार में बढ़ते अपराध और लचर कानून व्यवस्था को मुद्दा बनाकर विपक्ष ने आज (शनिवार, 20 जुलाई) को पूरे प्रदेश में प्रतिरोध मार्च निकाला है. इस दौरान पूरे प्रदेश में महागठबंधन के नेताओं ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोला.

महागठबंधन ने निकाला प्रतिरोध मार्च

Bihar Politics: बिहार में बढ़ते अपराध पर सरकार को घेरते हुए महागठबंधन की ओर से आज (शनिवार, 20 जुलाई) को राज्यव्यापी प्रदर्शन का आयोजन किया गया. इस दौरान बिहार के सभी जिलों में महागठबंधन के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं के द्वारा प्रतिरोध मार्च निकाला. इसके साथ ही सभी जिला मुख्यालयों में ज्ञापन सौंपा गया. इसी क्रम में मुंगेर जिले में भी महागठबंधन के कार्यकर्ताओं के द्वारा प्रतिरोध मार्च निकाला और समाहरणालय के मुख्य गेट पर धरना दिया. दरअसल, महागठबंधन के नेता जब प्रतिरोध मार्च मुंगेर रेलवे स्टेशन से होते हुए समाहरणालय पहुंचे तो उन्हें वहां ज्ञापन देने के लिए जिलाधिकारी नहीं मिले. जिसके कारण प्रदर्शनकारी समाहरणालय के मुख्य गेट के सामने धरने पर बैठ गए और जिलाधिकारी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. 

इसकी जानकारी मिलते ही सदर अनुमंडल पदाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह तत्काल समाहरणालय मुख्य गेट के पास पहुंचे और महगठबंधन के नेताओं का ज्ञापन लिया. इस दौरान महागठबंधन के नेताओं ने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में लगातार आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं और सरकार अपराधियों पर लगाम नहीं लगा पा रही है. इसी तरह से सुपौल जिले में भी महगठबंधन के कार्यकर्ताओं द्वारा प्रतिरोध मार्च निकाला गया है. इसका नेतृत्व राजद जिलाध्यक्ष संतोष सरदार ने किया. प्रतिरोध मार्च सदर बाजार के गांधी मैदान से निकलकर सदर बाजार के विभिन्न मार्गों का भ्रमण करते हुए समाहरणालय तक पहुंचा. 

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इस दौरान महागठबंधन के नेताओं ने कहा कि बिहार में अपराधियों के मन से पुलिस का भय समाप्त हो गया है. जिस तरह से अपराधिक घटनाएं लगातार बढ़ रही है, इससे आम लोग दहशत में जी रहे हैं. इसकी मुख्य वजह है थके हुए लोग शासन व्यवस्था में हैं और रिटायर अधिकारी सरकार चला रहे हैं. उन्होंने कहा कि महंगाई चरम सीमा पर पहुंच गई है. किसान त्राहिमाम कर रहे हैं. बावजूद इसके सरकार गहरी नींद में है. बिहार की सरकार सूबे में सुशासन का ढिंढोरा पीटती है, मगर आज की तारीख में पुलिस का इकबाल खत्म हो चुका है. बिहार के किसी कोने में न महिलाएं सुरिक्षत हैं और न ही कोई व्यवसायी. अब जनप्रतिनिधि भी खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. 

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कैमूर में राजद नेता अजीत सिंह, भोला यादव और जिलाध्यक्ष अकलू राम, कांग्रेस जिला अध्यक्ष सुनील कुमार कुशवाहा के नेतृत्व में प्रतिरोध मार्च निकाला गया. इस दौरान महागठबंधन के नेताओं ने कहा कि बिहार में लगातार अपराधिक घटनाएं बढ़ रही है. लूट, छिनैती, हत्या और बलात्कार की घटनाएं आम हो गई हैं. अपराधियों ने बिहार के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी के घर में घुसकर उनकी हत्या कर दी. बिहार की कानून व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ गई है. नीतीश कुमार से अब बिहार संभलत नहीं रहा है. सत्ता के संरक्षण में अपराधी खुलेआम घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. 

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