दिल्ली जा रही ट्रेन से कटिहार स्टेशन पर बरामद हुईं 6 रोहिंग्या लड़कियां, दो तस्कर भी गिरफ्तार
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दिल्ली जा रही ट्रेन से कटिहार स्टेशन पर बरामद हुईं 6 रोहिंग्या लड़कियां, दो तस्कर भी गिरफ्तार

गिरफ्तार दो युवक में एक पश्चिम बंगाल के दमदम जेल से 6 वर्ष की सजा काटकर बाहर निकला था. देह व्यपार के मामले को लेकर अभी तक पुष्टि नहीं हो सकी है. 

दिल्ली जा रही ट्रेन से कटिहार स्टेशन पर बरामद हुईं 6 रोहिंग्या लड़कियां, दो तस्कर भी गिरफ्तार

कटिहारः दिल्ली ले जाई जा रही म्यांमार की 6 रोहिंग्या युवतियों को रेल पुलिस ने बरामद किया है. युवतियों को ले जा रहे दो विदेशी भी पकड़े गए हैं. रेल एसपी ने कहा कि इस मामले में विदेशी एक्ट के तहत विभिन्न धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. गाड़ी संख्या 14037 पूर्वोत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस के कोच B2 से म्यांमार के रोहिंग्या से चिन्हित 6 युवतियां पकड़ी गई हैं. इन्हें गोवाहाटी से दिल्ली लाया जा रहा था. पुलिस ने दो विदेशी मानव तस्करों को भी गिरफ्तार किया है. पकड़ी गईं युवतियों और तस्कर से रेल पुलिस पूछताछ कर रही है. 

एक पं. बंगाल में काट चुका है जेल
सामने आया है कि गिरफ्तार सभी शख्स रेल टिकट के गलत एड्रेस और गलत आधार कार्ड का इस्तेमाल कर रहे थे. सभी की पहचान वर्मा निवासियों के तौर पर हुई है. गिरफ्तार दो युवक में एक पश्चिम बंगाल के दमदम जेल से 6 वर्ष की सजा काटकर बाहर निकला था. देह व्यपार के मामले को लेकर अभी तक पुष्टि नहीं हो सकी है. 30 अगस्त 2022 को आरपीएफ इंटेलिजेंस को इनपुट मिला था कि कुछ रिफ्यूजी कैंप के लोग जो बर्मा बर्मा के नागरिक हैं और बांग्लादेश में रिफ्यूजी हैं. वह अवैध रूप से भारत में घुस आए हैं. 

6 महिलाओं और 2 पुरुष गिरफ्तार
यह ट्रेन से सफर कर रहे हैं और वह सब पूर्वोत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस से जा रहे हैं. उनका बर्थ नंबर और बोगी नंबर भी मालूम हो गया था. न्यू जलपाईगुड़ी में इसी क्रम में इनसे पूछताछ करते-करते ट्रेन कटिहार आ गई और यहां उन्हें उतार कर उनसे डिटेल में पूछताछ की गई. इसमें कुल 6 महिलाएं और दो पुरुष पकड़ाए हैं. इनके पास से एक टिकट और वोटर आई कार्ड चार मिले हैं लेकिन वोटर आई कार्ड का सत्यापन करने पर जो नंबर उसमें पीसीआई का उसमें दिया हुआ है उसका उसके आप पर हम लोगों ने जांच किया उसको ढूंढने की कोशिश की तो आई कार्ड का डेटा नहीं मिल सका. 

12000 रुपये हुए थे तय
इससे प्रथम दृष्टिया यह फर्जी लगा. इसके अलावा इन के टिकट पर भी दर्ज नाम और एड्रेस की जांच की जा रही है. इसमें दो नाम शमशुल हक और अंशुल हक़ वर्तमान में मूल रूप से बर्मा के निवासी हैं. इन्हें यूनिसेफ के द्वारा 2023 तक के लिए वैलिड रिफ्यूजी आई कार्ड दिया गया. वर्तमान में यह बठिंडी जम्मू कश्मीर इलेक्ट्रिशियन के कार्य के रूप में कार्यरत हैं. इनके द्वारा पूछने पर बताया गया इन्हीं के जरिए इन लड़कियों-महिलाओं को ले जाया जा रहा था. इनके द्वारा पूछने पर बताया गया कि नजरूला नाम का जो बांग्लादेशी नागरिक है उनके द्वारा इनको दिल्ली में किसी जगह पहुंचाने के लिए इनको ₹12000 पर तय किया गया था. महिलाओं से भी पूछताछ की गई है, लेकिन देह व्यापार जैसे मामले की पुष्टि अभी नहीं की गई है. 

 

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