RJD पार्टी में उथल-पुथल मची हुई है. एक तरफ जहां तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पार्टी के उत्थान के लिए काम कर रहे है, लेकिन उनके बड़े भाई तेज प्रताप (Tej Pratap) अपनी डफली अपना राग अलापने में मस्त है.
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Patna: RJD पार्टी में उथल-पुथल मची हुई है. एक तरफ जहां तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पार्टी के उत्थान के लिए काम कर रहे है, लेकिन उनके बड़े भाई तेज प्रताप (Tej Pratap) अपनी डफली अपना राग अलापने में मस्त है. उनके कार्यों से पार्टी की मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं.
'छात्र जनशक्ति परिषद का गठन'
रविवार को तेज प्रताप ने छात्रों के नाम पर एक नया संगठन छात्र जनशक्ति परिषद खड़ा कर दिया. वो इसे RJD की बैक बोन बता रहे हैं, लेकिन युवा आरजेडी के समांतर क और संगठन खड़ा करना उनकी बैखलाहट को दिखाता है. उनके इस कदम से दूसरे दलों को हमला बोलने का मौका मिल गया है.
बीजेपी ने दी शुभकामनाएं
तेज प्रताप यादव ने जब भी बगावती तेवर दिखाए हैं,बीजेपी हमेशा उन्हें सपोर्ट करती दिखी है. इस बार भी भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें नई शुरुआत के लिए शुभकामनाएं दी है. बीजेपी प्रवक्ता मृत्युंजय झा ने कहा कि जिस तरह से तेजस्वी की हैसियत है, उसी तरह तेज प्रताप की भी अपनी हैसियत है. तेज प्रताप को आरजेडी में तरजीह नहीं मिल रही थी. अब उन्होंने पार्टी बनाने का जो फैसला लिया है, उसके लिए हमारी शुभकामनाएं.
'RJD में हिस्सेदारी की मची होड़'
उधर,JDU प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि तेज प्रताप इससे पहले भी पार्टी की फजीहत करने के लिए कई संगठनों का निर्माण कर चुके हैं. आरजेडी में दोनों भाइयों में नूरा-कुश्ती चल रही है. RJD प्राइवेट लिमिटेड पार्टी में दोनों भाइयों में हिस्सेदारी की होड़ चल रही है.
'आरजेडी के लिए अच्छी पहल'
उधर, कांग्रेस ने इसे मदद से जोड़ दिया है. कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा कि तेज प्रताप ने तो आरजेडी की मदद की है. नए संगठन के जरिए वो नौजवान छात्रों को जोड़ेंगे.आरजेडी के लिए ये अच्छी पहल है.
आरजेडी को नहीं कोई आपत्ति
इस मामले को लेकर आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि तेज प्रताप के संगठन से आरजेडी को क्या नुकसान होगा? छात्र नौजवानों के लिए वो अलग से कुछ करना चाहते हैं.इसमें कोई बुराई नहीं है. इससे पहले तेज प्रताप डीएसएस भी बना चुके हैं.
वर्चस्व की जंग !
आरजेडी के अंदरखाने में इस समय बहुत कुछ चल रहा है और किसी से ये छिपा नहीं है. जगदानंद सिंह और तेज प्रताप के बीच मचा बवाल कहीं ना कहीं दोनों के लिए वर्चस्व का मुद्दा बन गया है. आकाश यादव को लेकर कुछ वक्त पहले तेज प्रताप ने बहुत हो हल्ला किया था. इस दौरान उन्होंने जगदानंद सिंह पर खुलकर हमला बोला था. वहीं, अपनी बात रखने तेज प्रताप दिल्ली तक गए थे, जिसके बाद वो शांत हैं.
(इनपुट-आशुतोष)