Chhapra son martyred: दीपक कुमार जम्मू-कश्मीर में आर्मी के फास्ट पारा स्पेशल फोर्स में हवलदार के पद पर तैनात थे. शनिवार 10 अगस्त की रात अनंतनाग में सेना और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें वो शहीद हो गए.
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Chapra Deepak Martyred: बिहार के छपरा जिले का एक और वीर सपूत देश के लिए शहीद हो गया है. छपरा के दीपक कुमार जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गए. बीते शनिवार 10 अगस्त की रात अनंतनाग में सेना और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें दो जवान शहीद हो गए. इनमें से एक दीपक कुमार थे, जो बनियापुर थाना क्षेत्र के लौवा कला गांव के निवासी थे. उनके पिता सुरेंद्र सुरेश राय ने गर्व के साथ अपने बेटे को देश की सेवा के लिए सेना में भेजा था. अब उनके घर और गांव में शोक की लहर है.
जानकारी के लिए बता दें कि दीपक कुमार जम्मू-कश्मीर में आर्मी के फास्ट पारा स्पेशल फोर्स में हवलदार के पद पर तैनात थे. शहीद होने की खबर जैसे ही गांव में फैली लोग उनके घर पहुंचने लगे. शनिवार की रात सेना को सूचना मिली थी कि कोकेरनाग के जंगल में दो आतंकवादी छिपे हुए हैं. इस सूचना पर दीपक और कुछ अन्य जवान सर्च ऑपरेशन के लिए निकल गए. सेना के जवानों ने आतंकवादियों को घेर लिया और दोनों ओर से गोलीबारी शुरू हो गई. इस मुठभेड़ में दीपक कुमार और हिमाचल प्रदेश के प्रवीण शर्मा आतंकवादियों की गोली से शहीद हो गए. इस मुठभेड़ में तीन अन्य जवान भी घायल हुए हैं. दीपक कुमार को पहली गोली लगी, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और आतंकवादियों से मुकाबला करते रहे. अंततः वे देश के लिए शहीद हो गए.
इसके अलावा बता दें कि दीपक की शादी 10 साल पहले अनीता यादव से हुई थी और उनका एक 9 साल का बेटा भी है. शहीद होने की खबर के बाद लोग दीपक के पार्थिव शरीर का इंतजार कर रहे हैं. कहा जा रहा है कि सोमवार की शाम तक उनका पार्थिव शरीर गांव पहुंचेगा.
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