Bihar Flood: खतरे के निशान के ऊपर बह रही गंगा, बाढ़ में डूबे कई गांव
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar962629

Bihar Flood: खतरे के निशान के ऊपर बह रही गंगा, बाढ़ में डूबे कई गांव

पटना का दिघा बिंद टोली गांव भी पानी-पानी है. बाढ़ के कारण पूरा गांव डूब चुका है. शासन-प्रशासन की अनदेखी से नाराज ग्रामीणों ने पैसा इकठ्ठा कर खुद नाव खरीदी है ताकि बाढ़ में दैनिक जरूरत का काम किया जा सके. 

बाढ़ में डूबे कई गांव. (फाइल फोटो)

Patna: बिहार में गंगा नदी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है. राजधानी पटना समेत गंगा नदी ने कई जिलों में जमकर तबाही मचा रखी है. हर दो घंटे में गंगा का जलस्तर एक सेंटीमीटर बढ़ रहा है. राजधानी के गांधी घाट की बात करें तो गंगा खतरे के निशान 48.60 मीटर से एक मीटर ऊपर बह रही है. शासन-प्रशासन की तरफ से किए गए इंतजाम गंगा के उफान के सामने बौने साबित हो रहे हैं. हालांकि, डीएम चंद्रशेखर सिंह का कहना है कि वो अलर्ट मोड पर है और बाढ़ से बने हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं.

NDRF और SDRF मदद को तैयार 
डीएम ने कहा कि 2016 में जब बाढ़ आई थी, उससे अभी जलस्तर 70 cm नीचे हैं. उन्होंने बताया कि 12 दियारा इलाकों में जलस्तर बढ़ा है. नकटा दियारा के लोग अभी जगह छोड़ने के लिए तैयार नहीं हैं. हालांकि, डीएम ने एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की मदद लेने का आश्वासन दिया है. साथ ही उन्होंने 2-2 टीमों के तैयार रहने की बात भी कही.

बाढ़ में नाव ही सहारा
पटना का दिघा बिंद टोली गांव भी पानी-पानी है. बाढ़ के कारण पूरा गांव डूब चुका है. शासन-प्रशासन की अनदेखी से नाराज ग्रामीणों ने पैसा इकठ्ठा कर खुद नाव खरीदी है ताकि बाढ़ में दैनिक जरूरत का काम किया जा सके. ग्रामीणों ने बताया कि शासन-प्रशासन से उन्हें अभी तक कोई मदद नहीं मिली है. उधर, स्कूल खुलने की वजह से छात्र भी नाव की सवारी करके स्कूल जा रहे हैं.

ये भी पढ़ें- BSEB की कारगुजारी से परेशान छात्र पहुंचा CM नीतीश के पास, कहा-जीवन बर्बाद हो रहा

चारों तरफ बर्बादी का मंजर
पटना का मनेर भी बाढ़ की मार से जूझ रहा है. इलाके में घुटनों से ऊपर तक पानी भरा हुआ है. एक नाव थी जिसकी मदद से छात्र स्कूल तक पहुंच पाते थे. छात्रों की शिकायत के बाद एक नाव की व्यवस्था और की गई है. वहीं, ज्यादातर ग्रामीण जान हथेली पर रखकर बाढ़ के पानी में से निकलने को मजबूर है. राजधानी के कई गांवों में खेतों में खड़ी फसलें बर्बाद हो चुकी है. सड़कें जलमग्न होने की वजह से प्रभावित इलाकों का दूसरी जगहों से संपर्क टूट चुका है. कई गांवों के ग्रामीण घर डूबने के बाद सुरक्षित जगहों पर शरण लिए हुए हैं. इधर, दोहरी मार झेल रहे किसानों के सामने मवेशियों के चारे की समस्या भी खड़ी हो गई है. 

मुख्यमंत्री ने किया निरीक्षण
डूबती राजधानी पटना का हाल जानने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) भी निरीक्षण पर निकले. सीएम सड़क मार्ग से पटना सिटी के सभी गंगा घाटों का निरक्षण करते हुए कंगन घाट पहुंचे. जहां उन्होंने बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के बाद चिंता जाहिर की. मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. निरीक्षण किया जा रहा सभी अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं. लोगों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है जिसपर ध्यान दिया जा रहा है. मुख्यमंत्री ने बाढ़ से निपटने के लिए पूरी तैयारियां होने का भी आश्वासन दिया.

Trending news