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Patna: बिहार कांग्रेस (Congress) में संगठन फेरबदल को लेकर सस्पेंस बरकरार है. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) से मुलाकात के बाद भी तस्वीरें साफ होती नहीं दिख रहीं हैं. हलांकि, चर्चा इस बात की है कि राहुल गांधी ने वर्तमान अध्यक्ष मदन मोहन झा (Madan Mohan Jha) को संगठन मजबूत करने के लिए आठ महीनों का वक्त दे दिया है. लेकिन पार्टी के दूसरे नेता इसे महज अफवाह बता रहे हैं और जल्द कुछ बड़ा फेरबदल होने की उम्मीद जता रहे हैं.
कांग्रेस नेताओं की राहुल गांधी से हुई मुलाकात
कांग्रेस नेताओं की राहुल गांधी से मुलाकात हो चुकी है. इस मुलाकात का इंतजार कांग्रेसी नेताओं और बिहार प्रभारी भक्त चरण दास (Bhakta Charan Das) को भी काफी लंब समय से था. लेकिन मुलाकात के बाद नतीजा क्या निकला है, इसकी जानकारी अभी सार्वजनिक नहीं हो पाई है. पार्टी के सभी विधायक एमएलसी और सीनियर लीडरों ने राहुल गांधी को अकेले में बात कर अपने विचारों से अवगत करा दिया है.
मदन मोहन झा को मिलेगा वक्त?
इस मुलाकात के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है कि राहुल गांधी ने मदन मोहन झा को संगठन मजबूत करने के लिए आठ महीनों का और समय दे दिया है. लेकिन बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरखू झा (Harkhu Jha) इसे महज अफवाह बता रहे हैं. हरखू झा कहते हैं कि कांग्रेस को कमजोर करने के लिए 8 महीनों का झूठा प्रचार किया जा रहा है. प्रभारी और कांग्रेस नेताओं ने राहुल गांधी को सभी भावनाओं से अवगत करा दिया है.
कांग्रेस को मजबूत करने की कवायद
दरअसल, प्रभारी भक्त चरण दास ने बिहार की कमान संभालते ही सभी जिलों का दौरा शुरु कर दिया था. चरण दास ने जिला से लेकर प्रदेश स्तर के सभी नेताओं से पार्टी को मजबूत करने को लेकर फीडबैक लिया था. जिसके बाद सभी विधायक एमएलसी और वरिष्ठ नेताओं की राहुल गांधी से मुलाकात भी करवा दी. पार्टी कैसे अच्छा परफार्म कर सके और विधायक कैसे एकजुट रहें इसका सुझाव राहुल गांधी को देना था.
कांग्रेस में सब 'ठीकठाक'
इसको लेकर कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा कि 2020 चुनाव के बाद हमारे नेताओं से राहुल गांधी ने मुलाकात नहीं की थी, ये सामान्य मुलाकात थी. नेताओ के साथ राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने अकेले में बात की. इस दौरान क्या बात हुई है, इस बारे में कोई नहीं जानता है, लेकिन कांग्रेस में सब ठीकठाक है. ये माना जा रहा है कि राहुल गांधी के साथ मुलाकात के बाद बिहार कांग्रेस में सबकुछ ठीकठाक हो जाएगा, लेकिन जिस तरह से संगठन में फेरबदल को लेकर अभी भी कयासों का दौरा जारी है.