BPSC Success Story: किसान का बेटा बैजू पासवान बना कल्याण पदाधिकारी, पढ़ें संघर्ष और सफलता की यात्रा
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar2464000

BPSC Success Story: किसान का बेटा बैजू पासवान बना कल्याण पदाधिकारी, पढ़ें संघर्ष और सफलता की यात्रा

BPSC Success Story: बैजू ने बताया कि जब वह गांव में पढ़ाई कर रहे थे, तो उनके कई दोस्त थे जो उनकी मदद करते थे. जब उन्होंने गांव से मैट्रिक की परीक्षा पास की, तब उन्हें प्रशासनिक सेवा में जाने का मन बनाया. लेकिन 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद उनका चयन प्राथमिक शिक्षक के पद पर हो गया.

BPSC Success Story: किसान का बेटा बैजू पासवान बना कल्याण पदाधिकारी, पढ़ें संघर्ष और सफलता की यात्रा

BPSC Success Story: समस्तीपुर जिले के गंगापुर प्रखंड निवासी किसान खोनी पासवान के पुत्र बैजू पासवान ने 68वीं बीपीएससी परीक्षा में शानदार सफलता हासिल कर अपने गांव और प्रखंड का नाम रोशन किया है. उन्हें इस परीक्षा में 750वीं रैंक प्राप्त हुई है और अब उनका चयन प्रखंड कल्याण पदाधिकारी (एससी/एसटी) के पद पर हुआ है. फिलहाल बैजू उत्क्रमित मध्य विद्यालय ठहरा, पूसा में शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं. इससे पहले उन्होंने 10 वर्षों तक सरायरंजन प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय लाटबसेपुरा में शिक्षक के रूप में अपनी सेवाएं दी थीं.

बैजू पासवान ने इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, शिक्षकों और दोस्तों को दिया है, जिन्होंने उन्हें हमेशा प्रेरित और मार्गदर्शन किया. उन्होंने कहा कि प्रारंभिक छात्र जीवन से ही वह पढ़ाई में मेधावी थे और उनके दोस्तों ने हमेशा उन्हें पढ़ाई में मदद की. गांव के माहौल में पढ़ाई करना आसान नहीं था, लेकिन उनके दोस्तों का सहयोग हमेशा साथ रहा. बैजू का कहना है कि जब उन्होंने मैट्रिक की परीक्षा पास की, तभी से उन्होंने प्रशासनिक सेवा में जाने का मन बना लिया था. हालांकि, 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद उनका चयन प्राथमिक शिक्षक के पद पर हो गया, लेकिन उनका सपना हमेशा प्रशासनिक सेवा में जाने का रहा.

बैजू ने बताया कि नौकरी के साथ अपनी पढ़ाई जारी रखी और दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से इतिहास विषय में स्नातक और स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की. इस बीच, बैजू का चयन रेलवे में ग्रुप डी और तकनीकी सहायक के पद पर भी हुआ, लेकिन उन्होंने शिक्षक की नौकरी नहीं छोड़ी. 2022 में उनका चयन पंचायत सचिव के पद पर भी हुआ, लेकिन उन्होंने अपने शिक्षक पद पर बने रहकर बीपीएससी की तैयारी जारी रखी.

बैजू ने बताया कि बीपीएससी परीक्षा में सफलता पाने के लिए चार बार प्रयास किया. उनका मानना है कि मेहनत और लगन से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है. वे कहते हैं कि जब आप अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तो सफलता आपके पास आ ही जाती है. उनका सपना बीपीएससी परीक्षा में आगे और भी अच्छा रैंक लाने का है और वे इसके लिए और भी मेहनत करेंगे. साथ ही बैजू पासवान की यह सफलता उनके संघर्ष, मेहनत और दृढ़ संकल्प की कहानी है. उन्होंने सीमित संसाधनों के बावजूद अपनी पढ़ाई जारी रखी और कई बार की असफलताओं के बावजूद हार नहीं मानी. उनके इस सफर से यह सीख मिलती है कि अगर आप सच्ची लगन और मेहनत से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ते हैं, तो सफलता आपके कदमों में होती है.

ये भी पढ़िए- आज का दिन आपके आर्थिक और करियर मामलों में लाएगा उन्नति, जानें भविष्यफल!

Trending news