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पटना : एक तरफ जहां नए साल के जश्न में पूरा देश डूबा है, वहीं ठंड और कंपकंपी ने बिहार के लोगों के जश्न में विघ्न डालने का काम किया है. बिहार में पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवा और पछुआ हवा के प्रवाह ने लोगों को घरों में दुबकने पर मजबूर कर दिया है. बिहार के कई जिलों में घने कोहरे की वजह से सूर्य के प्रकाश से भी लोग वंचित हैं और यहां विजिबिलिटी भी 150 मीटर से कम हो गई है.
बिहार के गया, पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर और पूर्णिया समेत कई जिलों में कोहरे का सितम ऐसा कि लोग कम दृष्टता की वजह से सड़कों पर उतरने से घबराने लगे हैं. मौसम विभाग की मानें तो अगले 24 से 48 घंटे के भीतर प्रदेश में कुहासा और बढ़ेगा ऐसे में लोगों को हाड़ कंपा देनेवाली ठंड से निजात मिलना संभव नहीं है.
ऐसे में इस बढ़ते कोहरे और साथ में चलती ठंडी हवाओं की वजह से गलन और ठिठुरन बढ़ गई है. कोहरे के तेज प्रसार की वजह से यातायात प्रभावित हो रहा है. मौसम विभाग के अनुसार बिहार अभी निम्न उंचाई वाले पछुआ और उत्तर पछुआ हवा की चपेट में है. वहीं राज्य के कुछ हिस्से पूर्वी और दक्षिण पूर्वी हवा के चपेट में भी हैं. ऐसे में यहां हवा में नमी ज्यादा है और इसका सीधा असर देखने को मिल रहा है.
बिहार में पिछला 24 घंटा लोगों की हाड़ कंपाती ठंड के नाम रहा और इससे निजात की अभी संभावना दिखाई नहीं दे रही है, गया बिहार के सबसे ठंडे जिले में से रहा है जहां सबसे कम न्यूनतम तापमान 6.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. जबकि बिहार के अन्य जिलों में यूनतम तापमान 8 से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है.
बिहार की राजधानी पटना भी ठंड की चपेट में है हालांकि यहां का अधिकतम तापमान 19.7 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस आंका गया है. बिहार में किशनगंज में अधिकतम तापमान सबसे ज्यादा है.
मौसम विभाग पटना की मानें तो बिहार में पटना, गया, पूर्णिया और भागलपुर में कोहरे की वजह से दृश्यता में कमी अभी जारी रहेगी. वहीं मौसम विभाग ने यह भी अनुमान लगाया है कि प्रदेश में अब ठंड और बढ़ेगा और लोगों को इससे जल्द राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. बता दें कि सड़क पर वाहन लेकर चलनेवाले लोगों से मौसम विभाग से संभलकर चलने की अपील की है, मौसम विभाग के अनुसार अभी और ज्यादा कुहरे की चपेट में पूरा प्रदेश आएगा.