शेखपुरा पहुंचने पर उपेंद्र कुशवाहा का भव्य स्वागत, बोले- 'नीतीश कुमार ने खुद अपने पैर पर मारी कुल्हाड़ी'
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शेखपुरा पहुंचने पर उपेंद्र कुशवाहा का भव्य स्वागत, बोले- 'नीतीश कुमार ने खुद अपने पैर पर मारी कुल्हाड़ी'

राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा शेखपुरा पहुँचे. जहां राष्ट्रीय लोक जनता दल से जुड़े कार्यकर्ताओ ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का भव्य स्वागत किया. अपने निजी कार्यक्रम के तहत शेखपुरा पहुंचने पर राष्ट्रीय अध्यक्ष का भव्य स्वागत किया गया.

शेखपुरा पहुंचने पर उपेंद्र कुशवाहा का भव्य स्वागत, बोले- 'नीतीश कुमार ने खुद अपने पैर पर मारी कुल्हाड़ी'

शेखपुरा: राष्ट्रीय लोक जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा शेखपुरा पहुँचे. जहां राष्ट्रीय लोक जनता दल से जुड़े कार्यकर्ताओ ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष का भव्य स्वागत किया. अपने निजी कार्यक्रम के तहत शेखपुरा पहुंचने पर राष्ट्रीय अध्यक्ष का भव्य स्वागत किया गया. इस दौरान जदयू के कई कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के उपस्थिति में सदस्यता ली.

उपेंद्र कुशवाहा ने पार्टी को मजबूत करने पर बल दिया
इस दौरान जदयू के पुराने नेता तथा पूर्व जदयू विधायक सह जदयू जिलाध्यक्ष के करीबी रहे गुरु मुखिया सहित एक दर्जन से अधिक लोग जेडीयू छोड़कर राष्ट्रीय लोक जनता दल की सदस्यता ली. इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने सभी को माला पहनाकर स्वागत किया और पार्टी को मजबूत करने पर बल दिया. 

'सभी लोग टाटा बाय- बाय करने के इंतजार में'
इस दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि जदयू पार्टी के कार्यकर्ता छोड़ रहे हैं और हमारे साथ आ रहे हैं. उन्होंने डंके के चोट पर जेडीयू में कुछ नहीं बचने की बात कही. उन्होंने दावा किया कि एमपी, एमएलए भी अपना ठिकाना ढूंढ रहे हैं. सभी लोग टाटा बाय बाय करने के इंतजार में हैं.

'नीतीश कुमार ने खुद अपने पैर पर मारी कुल्हाड़ी'
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के द्वारा अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार ली गई है. जिस कुशासन के खिलाफ लड़ने के लिए जनता ने उन्हें अपना मत दिया, उन्हीं के साथ वह चले गए हैं. ऐसे में अब पार्टी नहीं बचेगी. वहीं सांसद भवन के उद्घाटन के अवसर पर विपक्ष के द्वारा बहिष्कार के मामले पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि समारोह का बहिष्कार मानसिक दिवालियापन का परिचायक है. राष्ट्रपति की जगह प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन करना कोई गलत बात नहीं है. बिहार में भी कई समारोहों और भवनों का उद्घाटन राज्यपाल की जगह बिहार के मुख्यमंत्री करते हैं.

इनपुट- रोहित कुमार

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