Yoga 2023: सुनफा योग और अनाफा योग में क्या है अंतर, दोनों का आपके जीवन पर कैसा होता है असर?
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Yoga 2023: सुनफा योग और अनाफा योग में क्या है अंतर, दोनों का आपके जीवन पर कैसा होता है असर?

ज्योतिष शास्त्र की मानें तो किसी भी जातक की कुंडली में कई तरह के योग का निर्माण होता है. वैसे तो ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में 300 से ज्यादा तरह के योग बनते हैं. इनमें से कुछ योग शुभ हैं कुछ अशुभ.

(फाइल फोटो)

Yoga 2023: ज्योतिष शास्त्र की मानें तो किसी भी जातक की कुंडली में कई तरह के योग का निर्माण होता है. वैसे तो ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में 300 से ज्यादा तरह के योग बनते हैं. इनमें से कुछ योग शुभ हैं कुछ अशुभ. उनमें से भी कुछ योग की वजह से जिंदगी में काफी सफलता मिलती है तो वहीं कई योग सामान्य सफलता दिलाते हैं. जबकि कई योग कुंडली में ऐसे होते हैं जो उम्मीद से ज्यादा जातक की जिंदगी में परेशानी भर देते हैं. आपको बता दें कि कुंडली के नवग्रह जिस भाव में बैठे होते हैं और उनकी जैसी दशा या स्थिति होती है उसी के हिसाब से हर योग का प्रभाव जातक की जिंदगी में देखने को मिलता है. 

ऐसे में हम आपको दो ऐसे योग के बारे में बता रहे हैं जो आपक कुंडली में तो दिखता ही, हस्तरेखा के जानकार आपकी हाथों को देखकर भी इस योग के बारे में आपको बताते हैं. इन दोनों योग का आपके जीवन पर अगर यह आपके हाथ या कुंडली में बन रहे हैं तो बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. आपको बता दें कि इसमें सुनफा योग और अनाफा योग है. ये दोनों योग सकारात्मक हैं. 

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बता दें कि जातक की कुंडली में अगर चंद्रमा मजबूत स्थिति में हो तो यह योग बनता है. ऐसे में इन दोनों योगों का शुभ फल पाने के लिए कुंडली में चंद्र का मजबूत होना अनिवार्य है. ज्योतिष शास्त्र की मानें तो कुंडली में अगर चंद्रमा के घर से अगले घर में कोई ग्रह स्थित हो तो ऐसे में सुनफा योग बनता है. लेकिन अगर सूर्य चंद्रमा से अगले घर में हो तो सुनफा योग नहीं बनता हां उसके साथ कोई और ग्रह हो तो ये योग बनता है. सुनफा योग के जातक शैक्षणिक योग्यताओं से भरे, धनवान और जीवन में सुख-सुविधाओं को प्राप्त करनेवाले होते हैं. ऐसे जातक राजा का जीवन जीते हैं. 

वहीं इसके ठीक उलट अगर कुंडली में चंद्रमा के भाव से एक भाव पीछे कोई ग्रह स्थित हो तो कुंडली में अनफा योग बनता है. इसमें भी सूर्य का विचार नहीं किया जाता है.  ऐसे में ऐसे जातक सुंदर, बलवान, विद्वान, गुणवान और मृदुभाषी होने के साथ काफी प्रसिद्धि भी पाते हैं. वह शरीर से सुडौल और गठीले होते हैं. इनमें राजनीति को बेहतर समझने और राजनेता बनने की योग्यता होती है. 

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