Ishan Kishan: लंबाई सिर्फ 5 फीट 6 इंच...लेकिन जब बिहार के इस लाल का बल्ला चलता है तो लंबी और खूंखार कद काठी के गेंदबाज भी हथियार डाल देते हैं. बिहार के नवादा जिले के मूल निवासी 24 साल के ईशान किशन ने अपनी प्रतिभा के दम पर विश्व क्रिकेट में छोटे समय में ही जबरदस्त छाप छोड़ी है.
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पटना:Ishan Kishan: लंबाई सिर्फ 5 फीट 6 इंच...लेकिन जब बिहार के इस लाल का बल्ला चलता है तो लंबी और खूंखार कद काठी के गेंदबाज भी हथियार डाल देते हैं. बिहार के नवादा जिले के मूल निवासी 24 साल के ईशान किशन ने अपनी प्रतिभा के दम पर विश्व क्रिकेट में छोटे समय में ही जबरदस्त छाप छोड़ी है. पटना की गलियों में क्रिकेट का ककहरा सीखकर झारखंड में रणजी ट्रॉफी के जरिए अपनी प्रतिभा का परिचय देने वाले ईशान आज किसी पहचान के मोहताज नहीं है. क्रिकेट की दुनिया में उनकी दबंगई का आलम यह है कि IPL की पिछली नीलामी में यह क्रिकेटर सबसे अधिक कीमत पर बिका. यह सिर्फ तुक्का नहीं था, बल्कि उन्होंने IPL के पिछले सीजन में 400 से अधिक रन बनाकर यह साबित किया कि मुंबई इंडियंस जैसी बड़ी टीम ने उनके ऊपर पर यूं ही दांव नहीं लगाया.
इंग्लैंड दौरे पर बेंच पर बिठाया
आईपीएल के बाद ईशान को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच मैच की घरेलू T-20 सीरीज में मौका दिया गया. सीरीज के पहले ही मैच में ईशान ने कगिसो रबाडा और एनरिक नोर्त्जे जैसे घातक गेंदबाज के सामने 76 रन की तूफानी पारी खेली. ईशान ने इस सीरीज में दो अर्धशतकों के साथ सबसे अधिक रन बनाए. इसके बाद आयरलैंड के खिलाफ दो टी-20 मैचों की सीरीज में ईशान का बल्ला ज्यादा नहीं चला. वहीं इंग्लैंड दौरे पर खेले गए तीन टी-20 और इतने ही मैचों की वनडे मैच की सीरीज में ईशान को सिर्फ एक मैच में खेलने का मौका दिया गया. सीरीज के पहले मैच में ईशान किशन का बल्ला ज्यादा नहीं चला और सिर्फ आठ रन बना सके जिसके बाद उन्हें बेंच पर बिठा दिया गया. फिर न तो उन्हें टी-20 श्रृंखला और न ही वनडे सीरीज के किसी मैच में ईशान को जगह मिली।
वेस्टइंडीज दौरे पर पहले मैच से बाहर
भारतीय टीम अभी वेस्टइंडीज के दौरे पर है. इस दौरे के लिए बीसीसीआई ने वरिष्ठ खिलाड़ियों को आराम दिया है. इस दौरे पर भारत की जो टीम गई है, उसे वास्तविक टीम नहीं बल्कि भारत की बी टीम कही जाए तो कोई बड़ी बात नहीं होगी. टीम में अधिकतर ऐसे खिलाड़ी हैं, जो इस साल होने वाले T-20 विश्व कप और अगले साल होने वाले 50 ओवर के विश्व कप के दावेदारों में शामिल हैं. जाहिर है इन दावेदारों में ईशान किशन का नाम सबसे आगे है.
फरवरी में खेला था आखिरी मैच
ईशान किशन जैसे प्रतिभा के धनी खिलाड़ी को खेलने का अधिक से अधिक मौका दिया जाए और जिससे कि वे ऐसी लय और आत्मविश्वास हासिल कर सकें जो भविष्य में भारतीय क्रिकेट को नए मुकाम तक पहुंचने में मदद करें. इंग्लैंड दौरे पर वरिष्ठ खिलाड़ियों की मौजूदगी में ईशान किशन को पर्याप्त मौका न मिल पाने की बात तो कुछ हद तक समझ में आती है. लेकिन, वेस्टइंडीज दौरे पर जब ये माना जा रहा था कि ईशान किशन को खेलने का पर्याप्त मौका मिलेगा, ऐसे में उन्हें पहले ही मैच में बेंच पर बैठा देने की रणनीति समझ से परे है. पिछले साल जुलाई में वनडे क्रिकेट में डेब्यू करने वाले ईशान को अब तक सिर्फ 3 वनडे मैच खेलने का मौका मिला है. इनमें उन्होंने एक अर्धशतक के साथ कुल 88 रन बनाए हैं. इस खिलाड़ी ने अपना आखिरी वनडे मैच इस साल फरवरी में वेस्टइंडीज के साथ ही खेला था. इस मैच में ईशान ने रोहित शर्मा के साथ मिलकर टीम को 84 रन की अच्छी शुरुआत दी थी.
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आखिर कब दिखाया जाएगा ईशान पर भरोसा ?
अब ऐसे में ये सवाल उठता है कि वेस्टइंडीज दौरे पर अगर ईशान किशन जैसे तूफानी खिलाड़ी को लय और निरंतरता हासिल करने का पूरा मौका नहीं दिया जाएगा तो आखिर उन्हें अपनी प्रतिभा को निखारने और प्रदर्शन को बेहतर करने का मौका कब मिलेगा. टीम मैनजमेंट को ये नहीं भूलना चाहिए कि ईशान ऐसे खिलाड़ी हैं जो अपने रंग में रहा तो दुनिया के किसी भी गेंदबाजी आक्रमण को घुटने टेकने को मजबूर कर सकते हैं. विश्व कप दस्तक दे रहा है, ऐसे में यह जरूरी है कि ईशान को पूरा मौका मिले. ऐसा माना जा रहा है किT-20 विश्व कप में ईशान रोहित के पार्टनर हो सकते हैं. लेकिन, इस तरह से बेंच पर बिठाकर उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया नहीं जा सकता है.