Bihar Samachar: मंगल पांडेय ने कहा कि बिहार में हजारों दंपति अलग-अलग योजनाओं से लाभान्वित हो चुके हैं.
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Patna: बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (Mangal Pandey) ने कहा कि 22 जून से 10 जुलाई तक दंपति संपर्क पखवारा के बाद अब स्वास्थ्य विभाग परिवार नियोजन (Health Department Family Planning) सेवा पखवारा मना रहा है. यह अभियान 31 जुलाई तक जारी रहेगा. इसके तहत शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों तक परिवार नियोजन पर स्वास्थ्य कर्मी लोगों को आवश्यक जानकारियां दे रहे हैं, ताकि दो बच्चों के बीच पर्याप्त अंतराल हो तथा जच्चा एवं बच्चा की सुरक्षा की गारंटी लागू हो सके.
पांडेय ने कहा कि परिवार नियोजन सेवा पखवारा के तहत 12 हजार 194 स्वास्थ्य केंद्रों पर दंपत्तियों को परिवार नियोजन के टिप्स दिए जा रहे हैं. इन केंद्रों में मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, अनुमंडल अस्पताल, रेफरल अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी, एपीएचसी, एचएससी और शहरी क्षेत्रों में स्थापित यूपीएचसी शामिल हैं. इसके अलावा करीब 10 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों पर आरोग्य दिवस के रूप में एक दिन स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा रही हैं.
परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई उपाय बताए जा रहा हैं
साथ ही, स्वास्थ्य मंत्री पांडेय ने कहा कि स्वास्थ्य केंद्रों पर परिवार नियोजन के स्थाई और अस्थाई उपायों से दंपत्तियों को अवगत कराया जा रहा है, ताकि वह अपनी फैमिली प्लानिंग स्वस्थ तथा विकसित तरीके से कर सकें. परिवार नियोजन के लिए गर्भ निरोधक विभिन्न सुविधाओं से जहां जोड़ों को लाभान्वित किया जा रहा है. वहीं, बच्चे की चाहत रखने वाले दंपति को भी स्वास्थ्य विशेषज्ञ अपना परामर्श दे रहे हैं, ताकि लोग अपनी फैमिली प्लानिंग की शुरूआत पूर्ण सुव्यवस्थित और विकासोन्मुखी तरीके से कर सकें.
हजारों की संख्या में स्वास्थ्य कर्मचारी लगे हैं
भाजपा नेता व स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि परिवार नियोजन पखवारा के तहत हजारों की संख्या में आशा कार्यकर्ता, एएनएम, स्वास्थ्य कर्मचारी तथा चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई है. इसके अलावा, आंगनबाड़ी केंद्रों पर बड़ी संख्या में कार्यकर्ता अपनी सेवा दे रही हैं. परिवार नियोजन के इस अभियान के तहत अभी तक हजारों की संख्या में महिला-पुरुषों ने लाभ उठाया है और अन्य दंपत्तियों में भी तेजी के साथ जागरूकता आ रही है. नव विवाहित जोड़े अपनी गृहस्थी की शुरूआत ही एक सुरक्षित योजना के साथ करना चाह रहे हैं और वह इसके लिए स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंचकर विशेषज्ञों से परामर्श ले रहे हैं.