Manish Kashyap Demanded: मनीष कश्यप का कहना है कि अरशद नदीम ने अब तक कभी 90 मीटर दूर भाला नहीं फेंका था, लेकिन फाइनल में उन्होंने 92.97 मीटर दूर भाला फेंक दिया. उनका आरोप है कि इसकी जांच होनी चाहिए. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि विनेश फोगाट को केवल 10 ग्राम वजन बढ़ने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया था, इसलिए अरशद नदीम की भी जांच होनी चाहिए.
Trending Photos
पटना : बिहार के प्रसिद्ध यूट्यूबर मनीष कश्यप ने पेरिस ओलंपिक 2024 में जैवलिन थ्रो का गोल्ड जीतने वाले पाकिस्तान के खिलाड़ी अरशद नदीम का डोप टेस्ट कराने की मांग की है. मनीष कश्यप का कहना है कि अरशद नदीम ने मैच के दौरान अपने मुंह में कुछ खाया था, जो संभवतः प्रतिबंधित पदार्थ हो सकता है. वे चाहते हैं कि इस मामले की पूरी जांच हो और अगर जांच में कुछ गलत पाया जाए, तो अरशद नदीम को अयोग्य घोषित किया जाए.
पाकिस्तान के जैवलिन थ्रो खिलाड़ी अरशद नदीम का डोप टेस्ट होना चाहिए।।#OlympicGames #NeerajChopra #ArshadNadeem #JavelinThrow
#Hockey pic.twitter.com/tBgaFWEJXM— Manish Kasyap Son Of Bihar (@ManishKasyapsob) August 8, 2024
अरशद नदीम के डोप टेस्ट को लेकर मनीष कश्यप ने की मांग
मीडिया रिपोस्ट्स के अनुसार अरशद नदीम ने भारत के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा को हराकर फाइनल मैच जीता है. मनीष कश्यप का आरोप है कि अरशद नदीम ने अब तक कभी 90 मीटर से अधिक भाला नहीं फेंका है, लेकिन फाइनल में उन्होंने 92.97 मीटर दूर भाला फेंक दिया. उनका कहना है कि इस अकल्पनीय प्रदर्शन की जांच होनी चाहिए. कश्यप ने उदाहरण देते हुए कहा कि कैसे विनेश फोगाट को केवल 10 ग्राम वजन बढ़ने के कारण अयोग्य घोषित किया गया था, इसलिए अरशद नदीम की भी जांच होनी चाहिए और अगर कुछ गलत पाया जाए तो उन्हें भी अयोग्य घोषित किया जाए.
विनेश फोगाट मामले की भी हो जांच
इसके अलावा कहा कि नीरज चोपड़ा के फाइनल में गोल्ड न जीत पाने पर कई लोग सवाल उठा रहे हैं कि उनके साथ कुछ गलत हुआ है. इससे पहले भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट को भी संघ ने अयोग्य घोषित कर दिया था, जिसके चलते देश में काफी निराशा फैली थी. सेमीफाइनल जीतने के बावजूद उन्हें फाइनल में मौका नहीं मिला. विपक्षी पार्टी के नेता इसे एक बड़ी साजिश मान रहे हैं और इस मामले की गहरी जांच की मांग कर रहे हैं.
डोप टेस्ट क्या है और क्यों किया जाता है?
जानकारी के लिए बता दें कि डोप टेस्ट आमतौर पर पेशाब और रक्त की जांच के माध्यम से किया जाता है. इसका उद्देश्य यह पता करना होता है कि खेल के दौरान किसी खिलाड़ी ने कोई ड्रग या ताकत बढ़ाने वाली दवा का सेवन तो नहीं किया है. यह टेस्ट खेल में बेईमानी को रोकने के लिए किया जाता है और यह दुनिया के लगभग सभी खेल इवेंट्स में अनिवार्य होता है.