दानापुर में 7 वर्ष लापता पुत्र जीवित लौटा अपने घर, माता-पिता ने मृत समझकर कर दिया था अंतिम संस्कार
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1805639

दानापुर में 7 वर्ष लापता पुत्र जीवित लौटा अपने घर, माता-पिता ने मृत समझकर कर दिया था अंतिम संस्कार

पिता बृजनंदन राय ने कहना है कि हमारे पुत्र के गायब होने के बाद स्वप्न में पुत्र आया. जिसके बाद पुत्र के जिंदा होने की आशका हुई तो पुत्र के बारे में पंडित और ओझा से पूछा तो उन्होंने कहा की उसका पुत्र मार चुका है और आत्मा भटक रही है.

दानापुर में 7 वर्ष लापता पुत्र जीवित लौटा अपने घर, माता-पिता ने मृत समझकर कर दिया था अंतिम संस्कार

पटना: पटना के दानापुर प्रखंड के लखनी बीघा पंचायत के आसोपुर गांव में उस वक्त खुशियां लौट कर वापस आ गई. बता दें कि जो बेटा 7 साल के लापता था आज वो अपने घर लौट आया है. ये वहीं बेटा है जिसके लापता होने के बाद माता पिता ने मृत समझकर इसका अंतिम संस्कार कर दिया था. अब बेटा वापस लौट आया है तो घर की खुशियां भी लौट आई है.

बेटे के घर लौटते ही पिता और माता की आंखों में बेटे की लौटने के खुशी साफ झलकती दिखी बेटा के आने के बाद बेटा से मिलने के बाद उनकी आंखें भी खुशी से छलक आई.  बेटा को मां और पिता ने गले लगाया और बेटे की आने की खुशी मनाई. पिता बृजनंदन राय ने कहना है कि हमारे पुत्र के गायब होने के बाद स्वप्न में पुत्र आया. जिसके बाद पुत्र के जिंदा होने की आशका हुई तो पुत्र के बारे में पंडित और ओझा से पूछा तो उन्होंने कहा की उसका पुत्र मार चुका है और आत्मा भटक रही है इसलिए उसकी आत्मा की शांति के लिए उसका पुतला बनाकर हमलोगों ने उसका दाह संस्कार कर दिए. 

मां को हाल ही में दोबारा अपने बेटे को लेकर स्वप्न आने लगा और कुछ दिन बाद ही मुखिया के मोबाइल पर दिल्ली की एक संस्था ने बिहारी के जीवित होने की बात बताया और फोटो भेजा और पहचान कराई उसके बाद पहचान करने के बाद मुखिया ने हमकों बिहारी को लाने के लिए अपने खर्च से दिल्ली भेजा और बिहारी को वापस लाया है. पुत्र के आने के बाद माता पिता खुश है, वहीं पुत्र भी माता पिता से 7 वर्ष बाद मिलकर काफी खुशी जाहिर कर रहा है.

लखनी बीघा पंचायत के मुखिया शत्रुघ्न कुमार ने बताया कि दिल्ली से मेरे मोबाइल पर फोन आया था आपके पंचायत के आसोपुर का एक युवक एक संस्था में रह रहा है और उसका नाम बताया तो तुरंत हमने उसके परिवार को सूचना देते हुए उसके पिता को बुलाकर फोटो से पहचान कराई और अपने खर्च से दिल्ली भेज कर उसे घर बुलाया है. एक बुजुर्ग माता-पिता को 7 वर्षों से लापता पुत्र मिल जाना इससे बड़ा चीज क्या होगा. मेरे लिए बहरहाल जाको राखे साईयां मार सके न कोई को प्रभासित करती यह कहानी माता पिता को ही नहीं बल्कि पूरे गांव के लिए उत्साहित कर रही है और सभी भगवान का शुक्र मना रहे है.

इनपुट- रिपोर्टर, जी बिहार झारखंड

ये भी पढ़िए- Vastu Tips: सावधान! इस दिशा में बच्चों के लिए ना बनाएं कमरा, नहीं तो हमेशा रहेंगे बीमार

 

Trending news