शराब पीने के बाद जब दोनों की हालत बिगड़ी तब स्थानीय झोलाछाप डॉक्टर को बुलाकर चोरी चुपके इलाज करने का प्रयास किया. मगर जब झोलाछाप डॉक्टर से बात नहीं बनी और बीते देर रात दोनों की हालत बिगड़ गई.
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वैशाली : वैशाली जिले में एक बार फिर जहरीली शराब ने 2 लोगों को अपना शिकार बना लिया. जिसमें एक महनार दिल्ली पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल जय प्रधान और दूसरा महनार थाना क्षेत्र के देशराजपूर का रहने वाला राहुल बताया जा रहा है. बता दें कि दो दिन पूर्व 30 नवंबर की देर रात पड़ोस में ही हुए एक शादी समारोह के दौरान स्कूल परिसर में ही शराब पार्टी हुई थी, जिसमें स्कूल के प्रिंसिपल और स्थानीय एक युवक राहुल भी शामिल थे. दोनों की तबीयत बिगड़ने लगी और समय पर इलाज नहीं मिलने पर दोनों की मौत हो गई.
शराब पीने से प्रिंसिपल समेत एक की मौत
बता दें कि शराब पीने के बाद जब दोनों की हालत बिगड़ी तब स्थानीय झोलाछाप डॉक्टर को बुलाकर चोरी चुपके इलाज करने का प्रयास किया,. मगर जब झोलाछाप डॉक्टर से बात नहीं बनी और बीते देर रात दोनों की हालत बिगड़ गई जिसके बाद इलाज के लिए दोनों को महनार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जिसमें प्रिंसिपल जय प्रधान को वहां से पीएमसीएच रेफर कर दिया गया अस्पताल जाने के दौरान ही अहले सुबह मौत हो गई. वहीं दूसरे युवक राहुल की हालत सुबह महनार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के दौरान अधिक बिगड़ गई, जिसके बाद उसे भी हाजीपुर सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया जहां हाजीपुर पहुंचते-पहुंचते सदर अस्पताल में ही राहुल की भी मौत हो गई. पूछे जाने पर स्कूल के प्रबंधक ने बताया कि महनार इलाके में शराब आसानी से उपलब्ध है और शराब पीने से ही प्रिंसिपल की मौत हुई है, वही मृतक राहुल के पिता और भाई ने भी शराब से मौत की आशंका जताई है.
घटना पर पुलिस साध रही चुप्पी
बता दें कि मामले की गंभीरता को समझते हुए और मौत की जानकारी मिलते ही महनार एसडीपीओ महनार थाना के साथ स्कूल और मृतक राहुल के घर जांच के लिए पहुंचे. स्कूल में जांच के दौरान स्कूल के शिक्षकों और स्कूल कर्मियों से पूछताछ की. साथ ही एक कमरे की तलाशी भी ली गई जिसके बाद में उस कमरे को सील कर दिया गया. स्कूल से निकलने के दौरान पूछे जाने पर महनार एसडीपीओ ने चुप्पी साध ली. साथ ही बता दें कि पुलिस जिस प्रकार से मामले पर कुछ भी बोलने से बच रही है. इससे तो यही प्रतीत होता है कि मामला संदेहास्पद और जिस प्रकार से इन दिनों खासकर नीतीश कुमार शराब को लेकर काफी गंभीर दिख रहे हैं. ऐसे में शायद पुलिस प्रशासन को यह भय बना हुआ है कि कहीं सरकार के कोप का भाजन उन्हें ही न बनना पड़े. शायद यही वजह है कि एसडीपीओ ने चुप्पी साध रखी है.
इनपुट- विकाश आनंद