Jharkhand Politics: अमर बाउरी ने हेमंत सरकार पर साधा निशाना, कहा- घुसपैठ रोकने में सक्षम नहीं तो…
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Jharkhand Politics: अमर बाउरी ने हेमंत सरकार पर साधा निशाना, कहा- घुसपैठ रोकने में सक्षम नहीं तो…

Jharkhand Politics: झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने हेमंत सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि डेमोग्राफी पर भारत के नागरिक और बांग्लादेश के नागरिक में अंतर समझ नहीं पा रहे हैं.

अमर बाउरी(फाइल फोटो)

रांची: झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने तैयारी शुरू कर दी है.इस बीच नेता प्रतिपक्ष और बीजेपी नेता अमर बाउरी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हम लोग आश्वस्त हैं की इस बार झारखंड की जनता बीजेपी को नेतृत्व सौंपेगी. राज्य सरकार एक विशेष वर्ग को संतुष्ट करने का काम कर रही ही है. जिसे लेकर जनता में भयंकर असंतोष है. वहीं कानून व्यवस्था से लेकर हर क्षेत्र में असंतोष है. राज्य सरकार पूरी तरह से उन ताकतों के हाथ में खेल रही है.

वहीं राज्य सरकार द्वारा दो लाख कर्ज माफी को उन्होंने चुनावी घोषणा बताया. उन्होंने कहा कि ये तो उनके 2019 के घोषणा पत्र में था. अब पांच साल निकल गए चुनाव में कुछ दिन बचे हैं ,लाखों खाता एनपीए है , पहले झूठा सपना दिखाया और अब फिर से ठगने का काम किया है. वहीं मुख्यमंत्री मइयां योजना से लोगों को 1000 से 1200 इन्वेस्ट होने वाला है. इनके पास गरीबी से ऊपर लाने वाली कोई योजना नहीं है. ये अंतिम समय में प्रलोभन देने का काम कर रहे हैं. इनकी नीयत ठीक नहीं है. वहीं बीजेपी में गुटबाजी के सवाल पर उन्होंने कहा कि बीजेपी में कहीं कोई गुटबाजी नहीं है , बाबूलाल प्रदेश अध्यक्ष हैं उनके नेतृत्व में काम कर रहे हैं. जनता के सहयोग से यहां सरकार बनानी है. एकजुट होकर इस सरकार से लड़ कर जनता की सरकार बनाएंगे.

अमर बाउरी ने आगे कहा कि सीएम ने सदन में पूरी तरह से फ्रस्टेशन वाला भाषण दिया है. डेमोग्राफी पर भारत के नागरिक और बांग्लादेश के नागरिक में अंतर समझ नहीं पा रहे हैं. इस सरकार के खिलाफ भयंकर आक्रोश है. घुसपैठ पर निश्चित रुप से सीमा की जिम्मेदारी केंद्र सरकार और बीएसएफ के पास है. अंदर आने के बाद चिन्हित करने की जिम्मेदारी राज्य सरकार के पास अगर राज्य सरकार सक्षम नहीं तो केंद्र सरकार को लिख कर दें. घुसपैठ मालदा और मुर्शिदाबाद के रास्ते आते हैं क्योंकि मुर्शिदाबाद और बांग्लादेश का लैंग्वेज एक है. ये समस्या सिर्फ संथाल में नहीं कोल्हान और सिमडेगा में भी है. राज्य सरकार की मदद से डेमोग्राफी बदल रहा है.

इनपुट- प्रिंस सूरज

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