Bihar Politics: राष्ट्रीय जनता दल नेता तेजस्वी यादव ने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान को आरक्षण पर दिए बयान को लेकर आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा कि, “चिराग को आरक्षण के बारे में जानकारी नहीं है, उन्हें थोड़ा आरक्षण के बारे में पढ़ लेना चाहिए.
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पटना: Bihar Politics: राष्ट्रीय जनता दल नेता तेजस्वी यादव ने लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान को आरक्षण पर दिए बयान को लेकर आड़े हाथों लिया है. उन्होंने कहा कि, “चिराग को आरक्षण के बारे में जानकारी नहीं है, उन्हें थोड़ा आरक्षण के बारे में पढ़ लेना चाहिए. उन्होंने खुद ही कहा था कि जो दलित अब संपन्न हो चुके हैं, उन्हें आरक्षण लौटा देना चाहिए."
चिराग पासवान ने कहा था कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरक्षण को मजबूत किया है. उन्होंने आरक्षण को विस्तार दिया है. चिराग के इस बयान पर तेजस्वी ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है. तेजस्वी यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि “चिराग पासवान स्वाभिमानी नहीं हैं. अगर होते, तो वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कभी नहीं जाते. प्रधानमंत्री ने उनके साथ कैसा सलूक किया, यह किसी से छुपा नहीं है. पीएम मोदी ने उनकी पार्टी को विभाजित किया. इसके अलावा, उनकी पार्टी का सिंबल छीन लिया, लेकिन पता नहीं क्यों, चिराग आज भी पीएम मोदी के हनुमान बनकर क्या साबित करना चाह रहे हैं."
तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि, चिराग पासवान को थोड़ा अपने पिता और स्वर्गीय रामविलास पासवान के पुराने भाषणों को सुन लेना चाहिए कि किस तरह उन्होंने बीजेपी की मुखालफत की थी. उनके पिता ने बीजेपी को एक दंगाई पार्टी तक कहा था और दो टूक कह दिया था कि यह पार्टी आरक्षण को खत्म करना चाहती है. इसके अलावा, चिराग पासवान को थोड़ा आरएसएस के इतिहास के बारे में भी जानना चाहिए." उन्होंने आगे कहा कि चिराग एक भोले-भोले इंसान हैं. उन्हें कोई भी बहला नहीं सकता है. सच्चाई यह है कि आज की तारीख में मोदी सरकार के नेतृत्व में संविधान खतरे में है, लोकतंत्र खतरे में हैं.
बता दें कि बीते दिनों राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने भी मुस्लिमों को आरक्षण देने की वकालत की थी, लेकिन इसके बाद जब बीजेपी उनके बयान को लेकर हमलावर हुई, तो उन्होंने बिना देरी किए अपने बयान पर सफाई भी दी.
चिराग ने किया पलटवार
वहीं तेजस्वी यादव के बयान पर चिराग पासवान ने पलटवार करते हुए कहा कि जितनी चिंता वह हमारी और हमारे प्रधानमंत्री की करते हैं. उसकी 10% उन्होंने अपने प्रत्याशियों की और अपने प्रदेश की की होती तो जंगल राज के नाम से नहीं जाना जाता. आज भी अगर अपने प्रत्याशियों की चिंता कर लेंगे तो अपनी जमानत बचा पाएंगे. जितनी चिंता यह हमारी कर रहे हैं कि हमारे परिवार में क्या हुआ और क्या नहीं यह हमारे व्यक्तिगत चिंता है. जो विजन चिराग पासवान के पास है. क्या आप उसे विजन से सहमत हैं. जिस मकसद को लेकर के चिराग पासवान आज एक विकसित बिहार का रोड मैप लेकर आगे बढ़ा है.
चिराग पासवान ने आगे कहा कि आप बोलते हैं कि हम नौकरी दिए इतनी नौकरी दिए तो रेवेन्यू कहां से जनरेट होगा. सरकार में राजस्व कैसे बढ़ेगा. यह बताएं जब तक सरकार का राजस्व नहीं बढ़ेगा तब तक आप पैसा कहां से दीजिएगा. सैलरी कहां से दीजिएगा. यह ढिंढोरा मत पीटिये. तेजस्वी यादव के बयान पर जिसमें उन्होंने कहा कि चिराग पासवान कभी मंत्री रहे हैं जो समझेंगे कैसे नौकरी दी जाती है. चिराग पासवान ने कहा कि क्या वह पैदा होते के साथ ही मंत्री बन गए थे. अनुभव एयर कंडीशन कमरों में बैठने से नहीं होता है. जनता के बीच में जाने से होता है. उनका कार्यकाल देख लीजिए. बिहार में घटी घटनाओं को भी निकाल करके देख लीजिए और कितनी घटनाओं पर वह गए यह भी देख लीजिए.
इनपुट- आईएएनएस/निषेध कुमार के साथ
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