NDA की बैठक में लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान को भी निमंत्रण भेजा गया है. इस बैठक में चिराग के चाचा और राष्ट्रीय लोक जनता जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति पारस को भी बुलाया गया है.
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Chirag Paswan Vs Pashupati Paras: देश में अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं. आम चुनावों को देखते हुए सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों ही अपनी-अपनी रणनीति तैयार करने में जुटे हैं. कांग्रेस की ओर से 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में मोदी विरोधी नेताओं की बैठक बुलाई गई है, तो वहीं बीजेपी की ओर से दिल्ली में साथी दलों के साथ शक्ति-प्रदर्शन करने की योजना बनाई गई है. बीजेपी की ओर से लोकसभा चुनाव के लिए चुनावी चाणक्य यानी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह एक्टिव हो चुके हैं. शाह अब एनडीए का दायरा बढ़ाने की कोशिश में लगे हैं. भगवा पार्टी ने आगामी 18 जुलाई को नई दिल्ली में एनडीए के सभी नए और पुराने दलों के नेताओं की बैठक बुलाई है.
इस बैठक में लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान को भी निमंत्रण भेजा गया है. इस बैठक में चिराग के चाचा और राष्ट्रीय लोक जनता जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति पारस को भी बुलाया गया है. खुद पशुपति पारस ने इस बात की जानकारी मीडिया को दी है. रामविलास पासवान के निधन के बाद ये पहला मौका होगा, जब चिराग और पशुपति एक ही बैठक में नजर आएंगे. इस बैठक में चाचा-भतीजे दोनों के शामिल होने से माना जा रहा था कि शायद बीजेपी ने दोनों के बीच समझौता करा दिया है. हालांकि, ऐसा नहीं हो सका है. चिराग और पशुपति पारस के बीच हाजीपुर विधानसभा सीट को लेकर खींचतान जारी है.
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बैठक से पहले ही पशुपति पारस ने साफ तौर पर कह दिया है कि वे हाजीपुर सीट नहीं छोड़ेंगे. उन्होंने साफ कहा है कि हाजीपुर सीट के लिए कोई समझौता नहीं किया जाएगा. पशुपति पारस ने बताया कि चिराग पासवान से समझौते की बात करने के लिए केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय हमारे पास आए हुए थे, लेकिन हमारी पार्टी और हमारे परिवार की कुछ मजबुरी है. मैंने उनको अपनी मजबूरी बता दी है. पशुपति ने कहा कि हमारे पास 5 सांसद हैं. इफ और बट का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता है.
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पशुपति पारस ने साफ कहा कि दल टूटता है तो दल जुड़ जाता है, लेकिन दिल टूट जाता है तो दिल नहीं जुटता है. उन्होंने कहा कि दूध फटता है तो जितना भी जमाने की कोशिश करो, वो मक्खन नहीं होगा. इसलिए हमारा दिल टूट गया है जो कभी नहीं जुड़ेगा. पशुपति पारस की इस तरह की बयानबाजी को देखते हुए चिराग आज यानी रविवार (16 जुलाई) को अचानक सुबह-सुबह दिल्ली के लिए रवाना हो गए. माना जा रहा है कि चिराग दिल्ली में बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात कर सकते हैं. बता दें कि चाचा-भतीजा दोनों ही हाजीपुर सीट को लेकर पीछे हटने को तैयार नहीं दिख रहे हैं. ऐसे में बीजेपी को दोनों साथ लाना बड़ा मुश्किल हो जाएगा.