2024 में लोकसभा का चुनाव होना है इससे पहले सभी सियासी दल अपनी पार्टी की चुनावी रणनीति तैयार करने में लगे हुए हैं. भाजपा की तरफ से भी 2024 के चुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है तो वहीं दूसरी तरफ विपक्षी दल एकजुट होने की तैयारी में हैं.
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Lok Sabha Election 2024: 2024 में लोकसभा का चुनाव होना है इससे पहले सभी सियासी दल अपनी पार्टी की चुनावी रणनीति तैयार करने में लगे हुए हैं. भाजपा की तरफ से भी 2024 के चुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी गई है तो वहीं दूसरी तरफ विपक्षी दल एकजुट होने की तैयारी में हैं. इस सब के बीच भाजपा ने चुनाव में पार्टी की टिकट पाने के लिए कोशिश कर रहे लोगों के लिए खास टेस्ट का इंतजाम करने की सोची है. ऐसे में यह टेस्ट झारखंड के उन सभी नेताओं को पास करना होगा जिन्हें लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी का टिकट चाहिए. ऐसे नहीं होने पर वह टिकट से वंचित रह सकते हैं.
ऐसे में भाजपा झारखंड के अपने सभी लोकसभा के उम्मीदवार जो पहले से सांसद हैं उन्हें परखेगी. जिससे पार्टी यह पता लगाएगी की ये उम्मीदवार जीत के लिए तैयार हैं कि नहीं और उनके लोकसभा क्षेत्र में उनकी पकड़ कमजोर तो नहीं पड़ी है. भाजपा की तरफ से इसको लेकर दो तरह का सर्वे कराया जाएगा. पार्टी की तरफ से पहला सर्वे पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ होगा तो वहीं दूसरे सर्वे में आम मतदाताओं से बातचीत के आधार पर पूरी रिपोर्ट तैयार की जाएगी.
इसके साथ ही वहां के पार्टी सांसद संगठन को लेकर भी पार्टी के द्वारा कार्यकर्ताओं से फीडबैक लिया जाएगा. इसके साथ ही जनहित के मुद्दों पर कितना कामन हुआ है क्या कोई आंदोलन हुआ है या नहीं इसको लेकर भी बात होगी. इसके साथ ही लोकसभा क्षेत्र की जनता के साथ सांसद का जुड़ाव कैसा है. इसके साथ ही मतदाता से यह भी जानकारी इकट्ठा की जाएगी कि वह अपने सांसद को दोबारा इस पद पर देखना चाहते हैं कि नहीं. उन्हें वह जनप्रतिनिधि के तौर पर स्वीकार करने को तैयार हैं की नहीं.
भाजपा इस पूरी कोशिश के जरिए यह सुनिश्चित करना चाहती है कि प्रदेश की सभी लोकसभा सीटों पर उनकी पार्टी को जीत मिले. भाजपा को 2019 के चुनाव में झारखंड की 14 में से 12 सीटों पर जीत हासिल हुई थी और बची दो में से एक-एक सीट कांग्रेस और जेएमएम के हिस्से आई थीय. वहीं भाजपा को 12 में से 11 सीटें और 1 सीट सहयोगी आजसू ने जीता था. ऐसे में भाजपा कोशिश कर रही है कि इस बार सभी सीटों पर कब्जा जमाया जाए. ऐसे में अगस्त के महीने में यहां भाजपा की तरफ से यह सर्वे शुरू हो जाएगा. आपको बता दें कि झारखंड में लगे हाथों लोकसभा के बाद विधानसभा का भी चुनाव होना है ऐसे में भाजपा के इस सर्वे के कई और मायने भी हैं.
झारखंड में भाजपा की पकड़ मजबूत बनाने और जमीन को और बेहतर बनाने के उद्देश्य से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दो बार प्रदेश का दौरा कर चुके हैं. वहीं अब यह भी सुनने क मिल रहा है कि यहां पार्टी अपने संगठन में भी बड़ा बदलाव करनेवाली है.