BJP Target Nitish Kumar Vote Bank: ये रथयात्रा 2 जनवरी से 22 जनवरी तक यात्रा चलेगी. 22 जनवरी को इसका समापन अयोध्या में होगा. 20 दिनों तक ये रथ बिहार के सभी जिलों में भ्रमण करेगी.
Trending Photos
BJP Target Nitish Kumar Vote Bank: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिले धोखे को बीजेपी अभी तक भूली नहीं है. भगवा पार्टी अब 2024 में नीतीश कुमार से इसका सूद समेत बदला लेने की रणनीति तैयार कर रही है. अब नीतीश कुमार को उनके ही हथियार से मात देने का रोडमैप तैयार किया जा रहा है. दरअसल, जातीय समीकरण को साधते हुए नीतीश कुमार पिछले 20 वर्षों से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठे हैं. अब बीजेपी भी उस वोटबैंक में ही सेंध लगाने का प्लान बना रही है. नीतीश कुमार के लव-कुश वोटबैंक यानी कुर्मी-कोइरी वोटबैंक को साधने के लिए बीजेपी पूरे बिहार में लव कुश रथ यात्रा निकलने वाली है.
ये रथयात्रा 2 जनवरी से 22 जनवरी तक यात्रा चलेगी. 22 जनवरी को इसका समापन अयोध्या में होगा. 20 दिनों तक ये रथ बिहार के सभी जिलों में भ्रमण करेगी. इस दौरान बीजेपी नेता जनता तक मोदी सरकार की योजनाओं की जानकारी पहुंचाएंगे. बता दें कि ओबीसी के 26 प्रतिशत वोट बैंक में 8 फीसदी कुशवाहा और 4 फीसदी कुर्मी वोट बैंक भी है. इस वोट बैंक पर फिलहाल नीतीश कुमार का प्रभाव है. नीतीश कुमार कुर्मी जाति से हैं और वह इसी वोटबैंक के सहारे 2005 में सत्ता तक पहुंचे थे.
ये भी पढ़ें- Adani Invest in Bihar: अडानी का विरोध तो सिर्फ दिखावा था! देखिए कैसे अपनी ही धार को कुंद कर रहा है विपक्ष
अब नीतीश कुमार से अलग होकर उपेंद्र कुशवाहा ने अपना दल बना लिया है और आज वह बीजेपी के साथ हैं. वहीं इस वोटबैंक में सेंधमारी के लिए बीजेपी ने सम्राट चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है. सम्राट चौधरी कुशवाहा जाति से आते हैं. इसके अलावा नीतीश कुमार के साथी रहे आरसीपी सिंह को भी अपने साथ जोड़ा. आरसीपी सिंह भी कुर्मी जाति से हैं और नीतीश कुमार के गृह जिले से ही हैं.
इसके अलावा लव कुश वोटबैंक को साधने के लिए बीजेपी इस समुदाय के महान पुरुषों की जयंती बड़े धूमधाम से मना रही है. हाल ही में पार्टी ने सम्राट अशोक की जयंती मनाई थी. इस कार्यक्रम में सम्राट चौधरी ने कहा था कि अब लव-कुश मतदाता, जिसे नीतीश कुमार अपना बंधुआ मजदूर मानते थे, वो भाजपा के साथ जाएगा.