Jharkhand Cabinet Expansion: कांग्रेस से दो नए चेहरे दीपिका पांडेय और इरफान अंसारी ने मंत्री पद की शपथ ली. बादल पत्रलेख की जगह दीपिका पांडे पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन भी ने ली मंत्री पद की शपथ. हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल में रामेश्वर उरांव, चंपई सोरेन, बैद्यनाथ राम, सत्यानंद भोग्ता, बन्ना गुप्ता, दीपक बिरुवा, मिथिलेश ठाकुर, इरफान अंसारी, बेबी देवी, हफीजुल हसन, दीपिका पांडेय सिंह को शामिल किया गया.
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Jharkhand Cabinet Expansion: झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार ने विधानसभा में विश्वास मत हासिल करने के बाद कैबिनेट का विस्तार किया है. राजभवन में आयोजित एक समारोह में राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने 11 मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. हेमंत सोरेन के लिए सीएम की कुर्सी छोड़ने वाले चंपई सोरेन भी मंत्री बनाए गए हैं. वह पूर्व की हेमंत सोरेन कैबिनेट में भी शामिल थे.
चंपई सोरेन के अलावा जिन मंत्रियों को शपथ दिलाई गई है, उनमें कांग्रेस के डॉ. रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता, इरफान अंसारी, दीपिका पांडेय सिंह, झामुमो के मिथिलेश ठाकुर, दीपक बिरुआ, वैद्यनाथ राम, हफीजुल हसन एवं बेबी देवी और राजद के सत्यानंद भोक्ता शामिल हैं.
हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन और कांग्रेस कोटे के मंत्री बादल पत्रलेख को इस बार ड्राप किया गया है. इस बार तीन नए चेहरों को कैबिनेट में जगह दी गई है. इनमें कांग्रेस कोटे से डॉ. इरफान अंसारी एवं दीपिका पांडेय सिंह और झामुमो कोटे से वैद्यनाथ राम शामिल हैं.
इरफान अंसारी को जेल में बंद पूर्व मंत्री आलमगीर आलम के स्थान पर कैबिनेट में अल्पसंख्यक चेहरे के रूप में जगह दी गई है, जबकि दीपिका पांडेय सिंह को ड्रॉप किए गए मंत्री बादल की जगह रिप्लेस किया गया है.
झामुमो कोटे से बसंत सोरेन (हेमंत सोरेन के छोटे भाई) को रिप्लेस कर वैद्यनाथ राम को जगह दी गई है. हेमंत सोरेन ने 4 जुलाई को सीएम के रूप में तीसरी बार शपथ ली थी. उनकी सरकार ने सोमवार को ही विधानसभा के एकदिवसीय विशेष सत्र में विश्वास मत हासिल किया.
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ईडी ने हेमंत सोरेन को जमीन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में इसी साल 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था. इसके बाद उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद उनकी जगह उनके मंत्रिमंडल में शामिल रहे चंपई सोरेन ने 2 फरवरी को सीएम की कुर्सी संभाली थी. 28 जून को हाईकोर्ट से जमानत मिलने के बाद हेमंत सोरेन जेल से बाहर आए और उसके छठे दिन ही चंपई सोरेन ने सीएम पद से इस्तीफा दिया. इसके बाद अगले दिन 4 जुलाई को हेमंत सोरेन ने सीएम पद की शपथ ली.