Jharkhand Congress: रांची में कांग्रेस नेताओं ने शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका, इस्तीफे की मांग
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Jharkhand Congress: रांची में कांग्रेस नेताओं ने शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका, इस्तीफे की मांग

Jharkhand Congress: झारखंड की राजधानी रांची में नीट पेपर लीक मामले को लेकर कांग्रेस नेताओं ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का पुतला दहन किया है और परीक्षा को रद्द करने की मांग की है.

 शिक्षा मंत्री का पुतला फूंका

रांची: नीट में हुई कथित धांधली को लेकर देश भर में सरकार के खिलाफ आक्रोश है. नीट को दोबारा कराने की मांग कर रहे छात्रों को मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस का साथ मिला हुआ है. इसी बीच कांग्रेस ने रांची में रविवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का पुतला दहन किया. रांची में कांग्रेस नेताओं ने शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का पुतला दहन कर परीक्षा को रद्द करने और उनके इस्तीफे की मांग की. पुतला दहन कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर भी मौजूद रहे. पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि नीट में हुई धांधली को लेकर देश भर में छात्रों के बीच आक्रोश है.

उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में सरकार ने इस बात को स्वीकार किया है कि परीक्षा में गड़बड़ी हुई है. इससे पहले शिक्षा मंत्री ने नीट के डीजी का बचाव किया और बाद में उन्हें पद से हटाया. नीट में धड़ल्ले से धांधली हुई है, लेकिन उसे रद्द नहीं किया गया. इसलिए आज हमने पूरे प्रदेश में शिक्षा मंत्री का पुतला दहन किया. शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के इस्तीफे की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि परीक्षा रद्द करके फिर से कराई जाए. नीट कथित पेपर लीक मामले में बड़े-बड़े नेताओं की मिलीभगत सामने आ रही है, इससे यह साफ होता है कि नीट के परीक्षार्थियों के साथ अन्याय हुआ है. इस मामले में सीबीआई निष्पक्ष तरीके से तभी जांच कर पाएगी, जब धर्मेंद्र प्रधान इस्तीफा देंगे, उनके पद पर रहते हुए निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं की जा सकती है.

उन्होंने कहा कि जब तक परीक्षा रद्द नहीं हो जाती, तब तक हम लड़ाई लड़ते रहेंगे. अब धर्मेंद्र प्रधान ने भी यह मान लिया है कि नीट में गड़बड़ी और धांधली हुई है, तभी सीबीआई जांच की सिफारिश की गई. धर्मेंद्र प्रधान के पद पर रहते हुए निष्पक्ष तरीके से जांच नहीं हो सकती है, इसलिए उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए. पीएम मोदी से भी गुजारिश है कि वह जल्द से जल्द धर्मेंद्र प्रधान का इस्तीफा लें, ताकि छात्रों में जो संशय की स्थिति है, वह दूर हो सके.

इनपुट- आईएएनएस

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