Jharkhand: कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात के बाद खुश दिखे CM चंपई सोरेन, क्या दूर हो गया झारखंड में आया सियासी संकट?
Advertisement

Jharkhand: कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात के बाद खुश दिखे CM चंपई सोरेन, क्या दूर हो गया झारखंड में आया सियासी संकट?

Jharkhand Congress Crisis: कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री चंपई सोरेन निश्चिंत दिखाई दिए. मीडिया के सामने आकर उन्होंने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाला गठबंधन मजबूत है और राज्य में सरकार को कोई खतरा नहीं है.  

कांग्रेस अध्यक्ष के साथ मुख्यमंत्री चंपई सोरेन

Jharkhand Congress Crisis: झारखंड में कांग्रेस विधायकों की नाराजगी से मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की कुर्सी डोल रही है. कांग्रेस के नाराज 12 विधायकों में से 8 विधायक अब दिल्ली पहुंच चुके हैं. उनके पीछे-पीछे मुख्यमंत्री चंपई भी दिल्ली आए और यहां पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की. कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री चंपई निश्चिंत दिखाई दिए. मीडिया के सामने आकर उन्होंने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के नेतृत्व वाला गठबंधन मजबूत है और राज्य में सरकार को कोई खतरा नहीं है.  

इससे पहले कांग्रेस विधायकों की नाराजगी पर मुख्यमंत्री ने कहा था कि यह कोई मुद्दा ही नहीं है, हमारा गठबंधन मजबूत है. पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि यह कांग्रेस का आंतरिक मामला है, वे इसे सुलझा लेंगे. झामुमो और कांग्रेस के बीच कोई विवाद नहीं है और सब कुछ बिल्कुल ठीक है. चंपई सोरेन से मुलाकात के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे की प्रतिक्रिया भी सामने आई. खड़गे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर ट्वीट किया कि आज झारखंड के मुख्यमंत्री श्री चंपई सोरेन जी व झारखंड कांग्रेस के नेताओं के साथ मिलकर हमने पुनः साथ मिलकर तानाशाही (केंद्र) सरकार से लड़ने का संकल्प लिया. 

ये भी पढ़ें- राज्यपाल बोले-झारखंड की जनसांख्यिकी के बारे में हर कोई जानता है

उन्होंने आगे कहा कि हम झारखंड में प्रगतिशील, जन-कल्याणकारी और सामाजिक न्याय की अपनी यात्रा जारी रखेंगे. उधर रांची से दिल्ली पहुंचे नाराज विधायकों ने पार्टी सुप्रीमो मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी से मिलने का वक्त मांगा है. हालांकि, कांग्रेस आलाकमान ने उनसे मिलने के लिए प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर को भेजा था. मीर ने सभी विधायकों से एक-एक करके मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं. सूत्रों का कहना है कि अगर बात नहीं बनी तो सभी विधायकों को किसी सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट कर दिया जाएगा. इसके बाद उन्हें मनाने की कोशिश की जाएगी.

ये भी पढ़ें- झामुमो कार्यकर्ताओं ने निकाला न्याय मार्च, केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी

उधर कांग्रेस विधायकों की नाराजगी पर बीजेपी ने जोरदार हमला बोला है. बीजेपी प्रवक्ता अशोक बड़ाइक ने तंज कसते हुए कहा कि जिस तरह से शादी में दूल्हे के फूफा रूठ जाते हैं. उसी तरह से मंत्री पद न मिलने से विधायक नाराज हैं. बीजेपी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के विधायकों को जनता की फिक्र नहीं है. वे अपना पेट कैसे भरा जाए, सिर्फ इसके बारे में सोचते हैं. 

Trending news