जीतन राम मांझी ने कहा कि हम राम को नहीं मानते. वे भगवान नहीं बल्कि एक काल्पनिक व्यक्ति थे. उन्होंने ये बातें रविवार (23 अप्रैल) को नालंदा के सिलाव प्रखंड स्थित करियाना गांन में एक सभा में कहीं.
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Jitan Ram Manjhi On Lord Ram: बिहार के पूर्व सीएम और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा जीतन राम मांझी ने एक बार फिर से भगवान राम के अस्तित्व पर सवाल उठाया है. मांझी ने कहा कि हम राम को नहीं मानते. वे भगवान नहीं बल्कि एक काल्पनिक व्यक्ति थे. उन्होंने ये बातें रविवार (23 अप्रैल) को नालंदा के सिलाव प्रखंड स्थित करियाना गांन में एक सभा में कहीं. सभा को संबोधित करते हुए मांझी ने कहा कि हिंदू धर्म में कभी सुधार नहीं हो सकता.
उन्होंने इसका कारण बताते हुए कहा कि यहां जात-पात, ऊंच-नीच, छुआछूत है, इसी के बहाने आज शासन चल रहा है और ये जब तक चलते रहेगा तब तक गरीबों के लिए खाई होती रहेगी. पूर्व सीएम ने कहा कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर ने कहा था कि जात-पात मिटना चाहिए, इसीलिए आंबेडकर ने बौद्ध धर्म अपना लिया था क्योंकि बौद्ध धर्म में जात-पात का कोई मतलब नहीं है.
रावण को बता चुके हैं राम से ऊपर
बता दें कि जीतन राम मांझी इससे पहले भी ऐसा विवादित बयान दे चुके हैं. पिछले महीने तो उन्होंने रावण को राम से महान बता दिया था. पटना में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि राम भगवान नहीं बल्कि काल्पनिक पात्र हैं. इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा था कि रामायण को कल्पना के आधार पर लिखा गया है. उसने रावण के साथ न्याय नहीं किया गया. राम से रावण कहीं ज्यादा आगे था.
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सत्यनारायण का कर चुके हैं विरोध
मांझी इससे पहले सत्यनारायण की पूजा पर भी सवाल उठा चुके हैं. उन्होंने दलितों से सत्यनारायण की पूजा नहीं करने की अपील की थी. वह ब्राह्मणों के लिए भी आपत्तिजनक टिप्पणी का इस्तेमाल कर चुके हैं. हालांकि, विवाद बढ़ते देख मकर संक्रांति के दिन ब्राह्मणों के लिए भोज का भी आयोजन किया था. मांझी का ये बयान उस वक्त आया है जब देश लोकसभा चुनाव के मुहाने पर खड़ी है. उनके इस बयान पर राजनीति देखने को मिल सकती है.