बीजेपी के बाद अब कांग्रेस ही देश की ऐसी पार्टी है, जिसकी 4 राज्यों में अपनी दम पर सरकार होगी.
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Karnataka Election Result 2023: कर्नाटक विधानसभा चुनाव की तस्वीर अब काफी हद तक साफ हो चुकी है. कांग्रेस ने बीजेपी के दक्षिणी किले पर कब्जा जमा लिया है और इसी के साथ दक्षिण से बीजेपी का सूपड़ा साफ हो गया है. अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले कर्नाटक फतह कांग्रेस के लिए लिए संजीवनी से कम नहीं है. इससे कांग्रेसियों में नए जोश का संचार होगा, जो उसके लोकसभा चुनाव में काफी काम आएगा. कांग्रेस की इस जीत से जितना झटका बीजेपी को लगा है उससे ज्यादा बड़ा नीतीश कुमार को लग सकता है.
दरअसल, राहुल गांधी को मानहानि मामले में सजा होने से उनके चुनाव लड़ने पर भी रोक लग गई थी. नीतीश कुमार को इसका खूब फायदा हुआ था. राहुल पर पाबंदी लगने से कांग्रेस ने नीतीश की अगुवाई स्वीकार कर ली थी. लेकिन अब कांग्रेस को संजीवनी मिल गई है. अब पीएम बनने का ख्वाब देख रहे नीतीश कुमार का कद छोटा पड़ सकता है. विपक्षी एकजुटता की कवायद में जुटे क्षेत्रीय दल अब कांग्रेस पर हावी नहीं हो सकेंगे. यही नहीं हो सकता है कि अब कांग्रेस खुद विपक्षी एकता की अगुवाई करती दिख जाए.
इस जीत के बाद कांग्रेस की कोशिश होगी कि अब वो क्षेत्रीय दलों को ये संदेश दे कि बिना उसके बीजेपी को हराना नामुमकिन होगा. वैसे भी बीजेपी के बाद अब कांग्रेस ही देश की ऐसी पार्टी है, जिसकी 4 राज्यों में अपनी दम पर सरकार होगी. वहीं विपक्ष में सीट शेयरिंग को लेकर नीतीश ने जो फॉर्मूला दिया है उसमें सिर-फुटौव्वल होनी तय मानी जा रही है. नीतीश के फॉर्मूले के अनुसार जिस राज्य में जो दल मजबूत है, शीट शेयरिंग में उसी की बात माननी होगी. इस लिहाज से यूपी, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में कांग्रेस पर क्षेत्रीय पार्टियां भारी पड़ेंगी. ऐसी स्थिति में वह सीट शेयरिंग के मुद्दे पर क्षेत्रीय दलों के वर्चस्व को कभी स्वीकार नहीं करेगी.
विपक्ष की ओर से नीतीश कुमार अभी अगुवाई कर रहे हैं और स्वघोषित पीएम उम्मीदवार भी हैं. उधर कांग्रेस ने पीएम पद को लेकर अपने पत्ते नहीं खोले हैं. इस जीत के बाद कांग्रेस पार्टी अब अपना पीएम बनाने की कोशिश करेगी. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे से मिलने के बाद सीएम नीतीश जितने उत्साहित थे, अब उनके उत्साह पर भी पानी फिर सकता है. क्योंकि राहुल गांधी के बाद कांग्रेस की तरफ से पीएम उम्मीदवार के तौर पर पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और महासचिव प्रियंका गांधी का नाम आगे बढ़ाया जा सकता है.