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Nitish Kumat & Mamta Banerjee Meeting: बिहार के रास्ते केंद्र की सत्ता का रास्ता तलाश रही विपक्ष के लिए ममता से बड़ा सहारा कोई नहीं है. ममता बनर्जी लगातार पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार का मुखर विरोध करती रही है. बता दें कि ममता को भाजपा का साथ अब बिल्कुल नहीं भाता है. ऐसे में विपक्ष के नेताओं को लगता है कि अगर ममता साथ आ गई तो भाजपा के विजय रथ को रोकना आसान हो जाएगा. इसी को लेकर नीतीश कुमार ममता बनर्जी से मिलने कोलकाता पहुंचे. वहीं नीतीश का अखिलेश यादव से भी मिलने का प्लान इसके बाद है. जबकि आपको बता दें कि अखिलेश यादव और ममता बनर्जी दोनों पहले मिल चुके हैं और दोनों को ही गठबंधन में कांग्रेस का साथ पसंद नहीं आ रहा है.
इसके पीछे की वजह यह है कि कांग्रेस के साथ गठबंधन में लड़ाई लड़ने का नुकसान अखिलेश झेल चुके हैं और वहीं ममता के राज्य में उनकी सबसे बड़ी दुश्मन पार्टी वाम दलों के साथ कांग्रेस का गठबंधन ममता को नहीं सुहाता है. ऊपर से अभी उपचुनाव में कांग्रेस और वाम दल के संयुक्त उम्मीदवार ने टीएमसी से एक सीट छीन ली जिससे दीदी पहले से ही खफा हैं. इस सब के बीच कांग्रेस की तरफ से विपक्ष को इकट्ठा करने के लिए लगाए गए नीतीश कुमार के लिए ममता को पाले में करना आसान नहीं था. तो वह तेजस्वी को साथ लेकर ममता से मिलने पहुंचे मानो राजनीति के सभी गुर तेजस्वी को अब नीतीश सीखा देना चाहते हैं.
बता दें कि यहां ममता और नीतीश के बीच मुलाकात हुई. इसके ठीक बाद नीतीश कुमार थोड़े ज्यादा खुश नजर आए. मानो तमाम परेशानियों की बीच जैसे बात बन गई हो. हालांकि यहां इस मुलाकात के बाद बताया गया कि तय यह हुआ है कि सभी दल साथ मिलकर भाजपा के खिलाफ 2024 के रन में उतरेंगे. इसको लेकर अब अगली बैठक बिहार में होगी और अगली रणनीति क्या हो इस पर वहीं विचार होगा.
ममता से बैठक के बाद नीतीश और ममता मीडिया के सामने आए तो सुशासन बाबू जमकर केंद्र पर बरस पड़े उन्होंने कहा कि वह लोग काम नहीं करते हैं सिर्फ प्रचार करते हैं. उन्हें देश के विकास से कोई लेना-देना नहीं है. वहीं ममता ने कहा कि हम तो साफ मिशन लेकर आए हैं कि भाजपा को केंद्र की सत्ता से हटाना है. ऐसे में 2024 का लोकसभा चुनाव सभी दल साथ मिलकर लड़ेंगे.
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ममता ने कहा कि अगली बैठक बिहार में होगी और उसी में पूरी रूपरेखा तैयार होगी और साथ ही मेनिफेस्टों पर भी विचार किया जाएगा. ममता ने आगे कहा कि मेरा कोई अहंकार नहीं है मैं तो चाहती हूं कि सभी इकट्ठे हो जाएं और भाजपा को जीरो कर दें. नीतीश यहां ममता से मुलाकात के बाद आज ही लखनऊ अखिलेश यादव से मिलने के लिए रवाना हो जाएंगे.