मीटिंग की अगुवाई नीतीश कुमार करेंगे, लेकिन बाकी नेताओं की क्या जिम्मेदारी होगी? 5 घंटे तक चलने वाली इस महाबैठक में क्या बातचीत होगी?
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Patna Opposition Meeting: बिहार की राजधानी पटना में आज यानी शुक्रवार (23 जून) को मोदी विरोधी नेताओं का जमघट लगने वाला है. बैठक में शामिल होने के लिए तमाम नेता गुरुवार (22 जून) को ही पटना पहुंच गए थे. इनमें पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और CPI के महासचिव डी राजा शामिल हैं. बाकी बचे नेता आज यानी शुक्रवार (23 जून) को पटना पहुंच जाएंगे. जानकारी के मुताबिक बैठक में 18 दलों के नेता हिस्सा लेने वाले हैं. मीटिंग की अगुवाई नीतीश कुमार करेंगे, लेकिन बाकी नेताओं की क्या जिम्मेदारी होगी? क्या सभी लोग सिर्फ नीतीश कुमार को सुनने आ रहे हैं या उन्हें खुद भी बोलने का मौका मिलेगा? इसके अलावा 5 घंटे तक चलने वाली इस महाबैठक में क्या बातचीत होगी?
ऐसे तमाम सवाल लोगों के मन में उठ रहे हैं. इन सवालों पर लगाम लगाने के लिए अब बैठक का पूरा प्लान सामने आ चुका है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बैठक सुबह 11 बजे शुरू हो जाएगी और शाम को 4 बजे तक विचार-विमर्श चलेगा. बीच में लंच की व्यवस्था भी होगी. इसके अलावा सभी नेताओं के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से डिनर का आयोजन भी किया जाएगा.
महाबैठक में 5 अहम बिंदुओं पर बातचीत होगी.
1. कॉमन मिनिमम प्रोग्राम,
2. क्या बीजेपी के खिलाफ 450 लोकसभा सीट पर साझा उम्मीदवार उतारा जाए?
3. क्या किसी चेहरे को पीएम मोदी के खिलाफ आगे किया जाए या सामूहिक नेतृत्व में लड़ा जाए?
4. यूपीए संयोजक व यूपीए चुनाव प्रचार प्रमुख के पद को लेकर चर्चा होगी.
5. जांच एजेंसियों के दुरुपयोग और मणिपुर हिंसा आदि का मुद्दा.
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जानकारी के मुताबिक, मीटिंग में सभी दलों के नेताओं को बोलने का पूरा मौका दिया जाएगा, जिससे किसी को ये ना लगे कि उसको कमतर करके आंका जा रहा है. सूत्रों का कहना है कि बैठक की शुरुआत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के की नोट एड्रेस के साथ होगी. बैठक की शुरुआत में देश की मौजूदा बड़ी समस्याओं पर फोकस किया जाएगा. लोकतंत्र को बचाने के लिए विपक्ष की एकजुटता पर जोर दिया जाएगा. नीतीश कुमार इस दौरान बीजेपी के खिलाफ 'वन फार वन' फार्मूला पर भी चर्चा कर सकते हैं.
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इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे अपनी बात कहेंगे. खड़गे के बाद पश्चिम बंगाल की मु्ख्यमंत्री ममता बनर्जी को बोलने का मौका मिल सकता है, क्योंकि पटना में बैठक आयोजित करने का आइडिया उनका ही था. इसी कड़ी में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भी मोदी सरकार पर हमला करते हुए दिखाई देंगे. केजरीवाल इस दौरान विपक्ष से दिल्ली अध्यादेश पर मदद मांग सकते हैं. बैठक में शरद पवार, अखिलेश यादव, तेजस्वी यादव और एमके स्टालिन को भी बोलने का मौका मिल सकता है. वहीं जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस नेता राहुल गांधी के संबोधन से बैठक का समापन होगा.