Prashant kishor in madhubani: प्रशांत किशोर के इस बयान का भाजपा ने समर्थन किया है. वहीं कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि प्रशांत किशोर ने बीजेपी और नरेंद्र मोदी के साथ काम किया है. इसलिए वह महागठबंधन के खिलाफ बातें कर रहे हैं.
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Prashant kishor in madhubani: चुनावी रणनीतिकार और जन सुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर अपनी पद यात्रा के तहत सोमवार (30 अक्टूबर) को मधुबनी पहुंचे. यहां उन्होंने राजद सुप्रीमो लालू यादव और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला किया. पीके ने कहा कि बिहार में 2 लोग ही शासन चलाते रहे हैं लालू और नीताश. इनकी राजनीति तो आप जानते ही हैं. इनका पूरा फोकस ये है कि समाज को बांटो, सबको गरीब, अनपढ़, मजदूर रखो. पीके ने लालू-नीतीश पर वार करते हुए कहा कि ये दोनों नेता समाजवाद और समतामूलक बातें करके सामाजिक न्याय के नाम पर सबको बेवकूफ बनाकर वोट लेते रहे हैं.
पीके ने पूछा कि लालू जी ने जिन वर्गों को आवाज दी उनको शिक्षा क्यों नहीं दी? उनको रोजगार क्यों नहीं दिया? उनको जमीन क्यों नहीं दी? वो इसलिए नहीं दिया क्योंकि आवाज देने से वो उनके लिए जिंदगी भर नारा लगाएगा और उनका झंडा लेकर घूमेगा. अगर, उन्हीं वर्गों को उन्होंने शिक्षित कर दिया होता, उन्हीं वर्गों को उन्होंने पूंजी-पैसा देकर रोजगार दे दिया होता, उन्हीं वर्गों को उन्होंने जमीन दे दी होती तो आज वे उनका झंडा लेकर नहीं घूमते. यही राजनीति है.
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प्रशांत किशोर ने कहा कि लालू यादव ने पिछड़ों को आवाज तो दी मगर उन्हें शिक्षा नहीं दिया ताकि बिहार के लोग जिंदगी भर नारा लगाए और उनका झंडा लेकर घूमे. इनका पूरा फोकस ये है कि समाज को बांटो, सबको गरीब, अनपढ़, मजदूर रखो. प्रशांत किशोर ने इस दौरान कांग्रेस और भाजपा पर भी जमकर हमला किया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपना संगठन लालू प्रसाद को बेच दिया और भाजपा ने केंद्र की सत्ता के लिए बिहार को नीतीश कुमार के हवाले कर दिया.
उन्होंने कहा कि 1989-90 में कांग्रेस जब यहां हारी, उसके बाद उन्होंने पूरे बिहार को लालू प्रसाद के हवाले कर एक तरीके से बेच दिया. यही गलती भाजपा ने की, उसने बिहार को नीतीश के हवाले कर दिया. 2020 में भाजपा यहां सबसे बड़ी पार्टी थी, लेकिन उसने बिहार के सुधारने की जिम्मेदारी नहीं ली. उन्होंने नीतीश को सीएम बनाया, जिनके पास सिर्फ 42 विधायक थे. इस दौरान पीके ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के जापान दौरे पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि तेजस्वी जापान जाएं या अंटार्कटिका. वह वहां से बिहार के लिए कुछ लेकर आएं तो कोई बात होगी. ऐसे वो गरीब जनता के टैक्स के पैसे पर दुनिया घूम रहे हैं.
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पीके बयान पर अब राजनीति भी शुरू हो चुकी है. प्रशांत किशोर के इस बयान का भाजपा ने समर्थन किया है. भाजपा प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा कि लालू यादव गरीबों का उत्थान करते करते उनका हक खाने लगे. गरीबों का बाल कटवा कर जमीन लिखवा लिया. ये सभी घोटाले वाले लोग है. ये गरीबों के सपने का घोटाल कर गए. वहीं कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा कि प्रशांत किशोर ने बीजेपी और नरेंद्र मोदी के साथ काम किया है. इसलिए वह महागठबंधन के खिलाफ बातें कर रहे हैं. कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि हम उनके बातों को गंभीरता से नहीं लेते हैं.
उधर जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने PK को राजनीत का किशोर बताते हुए कहा कि वह भाजपा की B टीम हैं. नीरज कुमार ने कहा कि SC/ST की गणना हुई तो ठीक, बाकी समुदाय की गणना हुई तो इन्हें परेशानी हो रही है. बिहार हर तरह से सबके विकास के लिए रोल मॉडल है. नीतीश जी ने कार्य किया है. जाति सामाजिक सच्चाई है. नीरज कुमार ने कहा कि पीके की शाख कमजोर हो गई है, इसलिए वह बेचैन हो गए हैं. वहीं राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने पीके को बीजेपी का एजेंड कहा. उन्होंने कहा कि वह ये भाजपा के इशारे इशारे पर बोल रहे हैं. लालू यादव और नीतीश कुमार ने समाज को जोड़ने का काम किया है.