Bihar Politics: राजद ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म X पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ पोस्ट कर लिखा है कि नीतीश कुमार ने अन्ने मार्ग को भ्रष्टाचार की गंगोत्री बना रखा है. वह चुन-चुन कर भ्रष्ट अफसरों को उच्चतम पद पर बिठाते हैं.
Trending Photos
Bihar Politics: RJD का बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बड़ा हमला... राजद ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म X पर पोस्ट कर लिखा नीतीश कुमार ने अन्ने मार्ग को भ्रष्टाचार की गंगोत्री बना रखा है. राजद ने आगे लिखा कैसे नीतीश कुमार ने एक अन्ने मार्ग को भ्रष्टाचार की गंगोत्री बना रखा है?
लोक प्रशासन का सिद्धांत है कि भ्रष्टाचार की सफाई ऊपर से नीचे की तरफ होती है. जैसे सीढ़ी पर झाडू ऊपर से नीचे की तरफ मारके सफाई करते हैं. इसके उलट भ्रष्टाचार को बढ़ावा देना हो तो भ्रष्ट अधिकारी को आला ओहदे पर बिठा दो. बिहार में ऊपर से नीचे तक भ्रष्टाचार सर चढ़कर बोल रहा है.
ये भी पढ़ें: Bettiah News: नीतीश जी! आपका 19 साल का शासन, फिर भी नहीं बना इन 3 परिवारों का राशन कार्ड, खुद देख लीजिए सबूत
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस सिद्धांत के उलट काम करते हैं. वह चुन-चुन कर भ्रष्ट अफसरों को उच्चतम पद पर बिठाते हैं. पूरा बिहार इस बात से अवगत हो चुका है कि बीते 7-8 वर्षों में दीपक-नीतीश की DK-NK जोड़ी ने भ्रष्टाचार के सभी पैमाने तोड़ दिए है.
राज्य के पूर्व डीजीपी एसके सिंघल के भ्रष्टाचार की परतें इन दिनों खुल रही हैं. एक अखबार ने खुलासा किया है कि सिपाही भर्ती के प्रश्न पत्र छपाई में सिंघल ने 10 प्रतिशत कमीशन खाया था. सिंघल की करतूतों और भ्रष्टाचार को जानने के बावजूद नीतीश जी उन पर जम कर कृपा बरसाते रहे हैं.
अभिषेक अग्रवाल नामक ठग खुद को पटना हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस बन कर फोन करता है. डीजीपी सिंघल से कहता है कि भ्रष्टाचार का आरोप झेल रहे गया के पूर्व SSP को क्लीन चिट दे दो. सिंघल ने क्लीन चिट दे कर SSP को पुलिस मुख्यालय में पदस्थापित कर दिया.
ऐसे भ्रष्ट अनैतिक और डरपोक आदमी को DGP बनाया जो किसी ठग के फोन पर ही किसी को फंसा और बचा देता था. जब इस ठगी का भेद खुला तो सिंघल की सांसें अटक गई. उन्हें इसकी सजा देनी चाहिए थी, लेकिन नीतीश कुमार ने सिंघल को क्लीन चिट देकर उल्टा इनाम दिया.
ये भी पढ़ें: बाढ़ की मार से बेबस पीड़ित, दिलासा देने राहत शिविर पहुंचे डीएम और सांसद
दूसरे चरण में जब सिंघल रिटायर हुए तो उसके महीने भर बाद उन्हें “केंद्रीय चयन पर्षद” का अध्यक्ष बना दिया गया था. ताकि सिपाही बहाली में भी जमकर भ्रष्टाचार और धांधली की जा सके. उसी केंद्रीय चयन पर्षद में रहते हुए सिंघल पर प्रश्न पत्र छपाई में घूस खाने की जांच चल रही है.
इनपुट - रूपेन्द्र श्रीवास्तव
बिहार की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें Bihar News in Hindi और पाएं Bihar latest News in Hindi हर पल की जानकारी । बिहार की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!