Bihar Politics: राजद ने दी चेतावनी, शासन-प्रशासन चलाने वाले संविधान से अलग जाकर कोई काम ना करें
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Bihar Politics: राजद ने दी चेतावनी, शासन-प्रशासन चलाने वाले संविधान से अलग जाकर कोई काम ना करें

Bihar Politics: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता प्रो. मनोज कुमार झा ने शुक्रवार को अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि मंत्र और षड्यंत्र के माध्यम से शासन-प्रशासन चलाने वाले संविधान से अलग जाकर कोई काम नहीं करें. मनोज झा ने कहा कि प्रधानमंत्री बार-बार बिहार आ रहे हैं.

राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता प्रो. मनोज कुमार झा

पटना: Lok Sabha Election: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता प्रो. मनोज कुमार झा ने शुक्रवार को अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि मंत्र और षड्यंत्र के माध्यम से शासन-प्रशासन चलाने वाले संविधान से अलग जाकर कोई काम नहीं करें. मनोज झा ने कहा कि प्रधानमंत्री बार-बार बिहार आ रहे हैं. वे हताश और निराश हो चुके हैं, इसलिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं जो जनता के मुद्दे और जनता के हितों से अलग हैं. 

उन्होंने अधिकारियों से कहा, 'डरिये मत और किसी के दबाव में काम मत करिए. जिस व्यक्ति की बात सुन रहे हैं वो व्यक्ति अर्श से फर्श पर जल्द ही आने वाला है. सभी अधिकारियों को भारत के संविधान पर विश्वास कर मजबूत संकल्पों के साथ बिना भेदभाव के काम करना चाहिए.' मनोज झा ने कहा कि सच तो यह है कि बिहार में तंत्र-मंत्र और षड्यंत्र उनका है और शासन और प्रशासन भी उन्हीं का है. लेकिन भारत का संविधान सभी को बेहतर ढंग से काम करने का अधिकार देता है. अगर कोई गलत करेगा तो उन पर निगाह है.

प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि वे अब कहने लगे हैं कि परमात्मा ने दूत के रूप में मुझे भेजा है. इस तरह की बात करने वालों को घर के लोग भी पसंद नहीं करते हैं और कहते हैं कि अब इन्हें बेहतर चिकित्सा की आवश्यकता है.

राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने एक सेवानिवृत अधिकारी पर राजभवन जाकर कार्य प्रभावित करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि कानून को हाथ में नहीं लेना चाहिए, कानून के शिकंजे में उनको आज न कल आना होगा. किसके दबाव में ऐसा काम हो रहा है, ये सभी जानते हैं. आचार संहिता का मापदंड है और उससे अलग जाकर कोई काम कर रहा है तो उनको समझ लेना चाहिए कि ऐसी स्थिति को वह अधिक दिनों तक नहीं चला सकते.
इनपुट- आईएएनएस के साथ

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