रामविलास पासवान ने कहा- क्यों कर रहे हैं सामान्य वर्ग के गरीबों के आरक्षण का विरोध
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रामविलास पासवान ने कहा- क्यों कर रहे हैं सामान्य वर्ग के गरीबों के आरक्षण का विरोध

रामविलास पासवान ने कहा 10 प्रतिशत आरक्षण के फैसले को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि जब किसी भी वर्ग का हिस्सा नहीं छीना जा रहा है, तो इसका विरोध क्यों किया जा रहा है.

रामविलास पासवान ने सवर्ण आरक्षण के विरोध पर सवाल किया है. (फाइल फोटो)

रूपेन्द्र श्रीवास्तव/पटनाः केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के प्रमुख रामविलास पासवान ने यहां शुक्रवार को आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग के लोगों को 10 प्रतिशत आरक्षण के फैसले को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि जब किसी भी वर्ग का हिस्सा नहीं छीना जा रहा है, तो इसका विरोध क्यों किया जा रहा है. पटना के पत्रकारों से चर्चा के दौरान राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर इशारों ही इशारों में निशाना साधते हुए पासवान ने कहा कि जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं, उन्हें आने वाले समय में जनता उखाड़ देगी. 

पासवान ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में सामान्य वर्ग के गरीबों को जो आरक्षण दिया गया था, वह 'लॉलीपाप' था, जबकि इसबार पूरी कानूनी प्रक्रिया को ध्यान में रखकर इसका निर्णय लिया गया है. उन्होंने कहा कि लोजपा प्रारंभ से ही इसकी पक्षधर रही है. 

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राजद आगामी लोकसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाएगी. उन्होंने दावा किया कि आरक्षण विधेयक का लगातार विरोध करने से बिहार में महागठबंधन विभाजित हो सकता है. 

इस आरक्षण के फैसले को सामाजिक समरसता से जोड़ते हुए उन्होंने कहा, "इस फैसले से विरोधियों की नींद उड़ गई है. इस फैसले से जहां राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को फायदा होगा, वहीं इसके विरोधी राजद के सामान्य वर्ग के नेता किस मुंह से लोगों के सामने वोट मांगने जाएंगे." 

उन्होंने सामान्य वर्ग के गरीबों को आरक्षण देने के फैसले को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि इसका फैसला अति पिछड़े वर्ग से आने वाले नेता के कार्यकाल में हुआ है. 

वहीं, कांग्रेस और आरजेडी पर रामविलास पासवान ने निशाना साधा है. तो कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि पासवान का कोई अपना स्टैंड नहीं है. हाल ही में खुद की सरकार पर नोटबंदी को लेकर सवाल खड़े किए थे. वह दो मुहां सांप हैं. जब वह चुनाव हारे थे तो लालू यादव ने अपने हिस्से की सीट से उन्हें राज्यसभा में भेजा था. और आज लालू यादव के खिलाफ बोल रहे हैं.