हाय गर्मी! लातेहार में जलसंकट गहराया, बूंद-बूंद को मोहताज हुए लोग
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हाय गर्मी! लातेहार में जलसंकट गहराया, बूंद-बूंद को मोहताज हुए लोग

गर्मी का प्रकोप काफी ज्यादा बढ़ रहा है. इस कारण से लातेहार में जलसंकट शुरू हो चुका है. गर्मी की बढ़ते प्रकोप की वजह से नदी-नाले सूखने लगे हैं. 

लातेहार में जलसंकट गहराया (प्रतीकात्मक तस्वीर)

Ranchi: गर्मी का प्रकोप काफी ज्यादा बढ़ रहा है. इस कारण से लातेहार (Latehar) में जलसंकट (water crisis) शुरू हो चुका है. गर्मी की बढ़ते प्रकोप की वजह से नदी-नाले सूखने लगे हैं. जिस वजह से अब गांवों में पीने की पानी की किल्लत बढ़ने लगी है. गर्मी के बढ़ते हुए कहर की वजह से ग्रामीण इलाकों में ज्यादातर छोटी छोटी नदियां सूख गई हैं. लातेहार के ग्रामीण इलाकों की प्रमुख नदियां सुकरी नदी और धरधरी नदी तकरीबन सूख चुकी है जबकि औरंगा नदी भी सूखने के कगार पर है.  पानी की समस्या की वजह से पेयजल और स्वच्छता विभाग ने गांवों में इंतज़ाम करने की कोशिश की है, लेकिन ये इंतज़ाम काफी नहीं है. ग्रामीण अपनी और मवेशियों की प्यास बुझाने के लिए नदी के किनारे गड्ढे (चुवाड़ी) खोद रहे हैं.

लातेहार में चंदवा प्रखंड के आरा गांव के हालत भी कुछ ऐसे ही है. गांव में पेयजल और स्वच्छता विभाग ने एक चापाकल लगवाया था, लेकिन वो खराब पड़ा हुआ है. गांव में बनी जलमीनार भी 2 साल से खराब है. जिले में पेयजल आपूर्ति की कई योजनाएं केवल हाथी का दांत बनी हुई हैं. 

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बता दें कि, जिले में करीब तीन सौ चापानल खराब हैं तो कई चापाकलों से कम पानी निकल रहा है. वहीं नदी, नालों और जलाशयों के सूखने से लगातार जलस्तर भी गिरता जा रहा है. जिस वजह से पेयजल की समस्या विकराल होती जा रही है. हालांकि, इस पूरे मामले पर अधिकारियों का रवैया भी टालमटोल भरा रहा है. वहीं जनप्रतिनिधि भी जिले में गहराते जलसंकट पर ज्यादा गंभीर नहीं दिख रहे हैं. ऐसे में गांव वालों की सामने पेयजल को लेकर मुसीबतें बढ़ रही हैं.