Jharkhand Widow Pension Scheme: यह योजना न केवल विधवाओं को आर्थिक सहारा प्रदान करने का कारण है, बल्कि इससे राज्य की विधवा पेंशन भुगतान हेतु सरकार के व्यय भार को भी कम करने में मदद मिलेगी. महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग ने इस योजना को विशेष रूप से आयोजित किया है. उन्होंने इसके लाभ लेने के लिए कुछ आवश्यक शर्तें तय की हैं.
Trending Photos
Jharkhand Vidhwa Pension Yojana: अगर आप विधवा हैं और फिर से नई जिंदगी बसाने का सोच रही हैं, तो झारखंड की चंपाई सोरेन सरकार आपके साथ है. यहां पहली बार एक योजना शुरू की गई है जिसमें विधवा महिलाओं को 2 लाख रुपये प्रोत्साहन राशि मिलेगी. यह योजना नए जीवन साथी के साथ घर बसाने की कठिनाईयों को कम करने में मदद करेगी.
इस योजना के तहत वह महिलाएं जो अपने पहले जीवन साथी से छुटने के बाद अकेली हो गई हैं. साथ ही एक नए शुरुआत की तलाश में हैं, उन्हें आर्थिक सहयोग प्रदान किया जाएगा. चंपई सोरेन सरकार ने इस योजना को 6 मार्च को रांची के खेल गांव के टाना भगत स्टेडियम में शुरू किया, जहां 7 विधवा महिलाओं को इसका लाभ दिया गया.
इस योजना को पूरा करने के लिए कुछ शर्तें होंगी, जिनमें से सबसे महत्वपूर्ण यह है कि आवेदक झारखंड निवासी होना चाहिए. उनकी आयु विवाह योग्य होनी चाहिए. सरकारी नौकरी, पेंशन और आयकर दाताओं को इस योजना से अलग रखा गया है. लाभार्थी को दिवंगत पति के मृत्यु प्रमाण पत्र और पुनर्विवाह निबंधन प्रमाण पत्र भी देना होगा. इसके साथ ही, पुनर्विवाह की तिथि से 1 वर्ष के भीतर आवेदन करना होगा.
यह योजना न केवल विधवाओं को आर्थिक सहारा प्रदान करने का कारण है, बल्कि इससे राज्य की विधवा पेंशन भुगतान हेतु सरकार के व्यय भार को भी कम करने में मदद मिलेगी. महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग ने इस योजना को विशेष रूप से आयोजित किया है. उन्होंने इसके लाभ लेने के लिए कुछ आवश्यक शर्तें तय की हैं. आपको यह ध्यान रखना होगा कि इस योजना का उद्देश्य सिर्फ आर्थिक सहारा प्रदान करना ही नहीं है, बल्कि इससे समाज में विधवाओं को समाहित करने का भी प्रयास किया जा रहा है. यह एक सकारात्मक कदम है जो विधवा महिलाओं को नए जीवन की शुरुआत में साथी बनाने के लिए प्रेरित करेगा.
इस प्रोत्साहन योजना के माध्यम से झारखंड सरकार ने एक समाज में समाहित और सशक्त भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. यह स्वतंत्रता, समानता और समाज के साथीत्व के मूल्यों को प्रोत्साहित करता है. अब विधवाओं को नए उत्तेजनात्मक संभावनाओं का सामना करने के लिए एक सकारात्मक माहौल मिलेगा, जो उन्हें उनकी स्वतंत्रता और स्वावलंबन की दिशा में आगे बढ़ने में मदद करेगा.
ये भी पढ़िए- 'मोदी का परिवार' के बाद 'अब हमारे परिवार के सबसे प्यारे सदस्य', संजय जायसवाल ने जारी किया वीडियो