भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने के बाद से ही अपनी अलग पहचान बनाई है.
Trending Photos
Ranchi: भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने के बाद से ही अपनी अलग पहचान बनाई है. इस दौरान वो ना केवल भारत के महान विकेटकीपर-बल्लेबाज़ बने बल्कि एक कप्तान के रूप में भी खुद साबित किया है. वहीँ, पूर्व भारतीय क्रिकेटर और चयनकर्ता दिलीप वेंगसरकर ने धोनी को तलाशने के पीछे की दिलचस्प कहानी बताई है.
इस संस्था से जुड़े थे वेंगसरकर
अपने कार्यकाल को लेकर बात करते हुए उन्होंने कहा कि वो एक चयनकर्ता के रूप में इसी वजह से सफल रहे क्योंकी वो BCCI की प्रतिभा अनुसंधान विकास विभाग (टीआरडीडब्ल्यू) से जुड़े थे, जिसने धोनी जैसे खिलाड़ियों को तलाशा था.
TRDW से जुड़े थे धोनी
उन्होंने बताया कि TRDW में खिलाड़ियों के जुड़ने की उम्र 19 साल थी लेकिन 21 साल के धोनी को भी इसमें शामिल किया गया था.
इस वजह से हुआ चयन
धोनी के शामिल करने होने को लेकर उन्होंने एक दिलचस्प किस्सा शेयर करते हुए बताया कि बंगाल के पूर्व कप्तान प्रकाश पोद्दार के कहने पर धोनी को इसमें शामिल किया गया था. वो एक अंडर-19 का मैच देखने जमशेदपुर गए हुए थे. इस दौरान कीनन स्टेडियम में बिहार की टीम मैच खेल रही थी. इस मैच में गेंद बार-बार मैदान के बाहर आ रही थी. जिस पर प्रकाश पोद्दार ने पूछा कि कौन इतनी दूर गेंद को मार रहा है. जिस पर पता चला कि वो खिलाड़ी कोई और नहीं बल्कि महेंद्र सिंह धोनी है.
TRDW बाद में हो गया था
उनके कहने पर ही TRDW प्रोग्राम में धोनी को शामिल किया गया था. ये प्रोग्राम BCCI के तत्कालीन अध्यक्ष जगमोहन डालमिया ने शुरू किया था, लेकिन उनके चुनाव हारने के बाद इसे बंद कर दिया गया था.
'